लोकगायिका रेशमा और रजनीकांत के गीतों पर झूमे
उत्तरकाशी। 21 वें स्टेट कबड्डी प्रतियोगिता के दूसरे दिन सांस्तिक संध्या लोक कलाकारों के नाम रही। सोमवार देर रात तक लोग कलाकारों की सांस्तिक प्रस्तुतियों पर नाचते रहे। सांस्तिक संध्या पर लोक गायिका रेशमा शाह व रजनीकांत सेमवाल ने मनमोहक प्रस्तुति ने देर रात दर्शकों को बांधे रखा। उन्होंने गढ़वाली जौनसारी गीतों की सुंदर प्रस्तुति दी। जिन्हें लोगों ने काफी सराहा। वहीं रवांई घाटी के लोक कलाकारों की मनमोहक प्रस्तुतियों ने नागरिकों को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया। कार्यक्रम के दौरान रेशमा शाह और रजनीकांत सेमवाल के साथ यमुनाघाटी के लोक कलाकारों को कबड्डी एसोसिएशन द्वारा सम्मानित किया और लोक गीत व लोक नृत्य की सुंदर प्रस्तुति से समां बांध दिया। इस दौरान दर्शकों ने जमकर तालियां बजाकर सांस्तिक कार्यक्रम का आनंद लिया। कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए पुरोला नगर पंचायत अध्यक्ष हरिमोहन नेगी ने कहा कि बड़कोट जैसे सीमांत स्थल पर प्रादेशिक कबड्डी का आयोजन किया जाना अपने आप में ऐतिहासिक है। साथ ही अपने क्षेत्र की संस्ति व लोक गीत व लोक नृत्य के लिए मंच देना प्रतिभागियों को आगे बढ़ने का मौका देना है।