सीएम हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिध पंकज मिश्रा गिरफ्तार, मनी लांड्रिंग केस में ईडी की बड़ी कार्रवाई
नई दिल्ली, एजेंसी। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को प्रवर्तन निदेशाल की टीम ने मंगलवार शाम गिरफ्तार कर लिया है। प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लांड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए पंकज मिश्रा को अपने कार्यालय में बुलाया था। सुबह करीब 11 बजे पंकज मिश्रा प्रवर्तन निदेशाल के सवालों का जवाब देने के लिए पहुंचे। दिनभर ईडी के अधिकारियों ने उनसे पूछताछ की। शाम में इस बात की घोषणा हुई कि ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। पंकज मिश्रा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के काफी चहेते माने जाते हैं। यही वजह है कि लंबे समय से वह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि के रूप में कार्यरत हैं। पिछले कई दिनों से ईडी अधिकारी उन्हें पूछताछ के लिए बुला रहे थे, लेकिन वह बीमारी का हवाला देकर नहीं आ रहे थे। मंगलवार को अंततरू उन्हें पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय आना पड़ा और उनकी गिरफ्तारी भी हो गई।
मालूम हो कि पंकज मिश्रा के करीबी दाहू यादव और बच्चा यादव से भी ईडी के अधिकारी कई दिनों से पूछताछ कर रहे थे। सोमवार को ही ईडी कार्यालय के सूत्रों ने कहा था कि मंगलवार को पंकज मिश्रा से पहले पूछताछ होगी। इसके बाद पंकज मिश्रा को दाहू यादव और बच्चा यादव के सामने बैठाकर पूछताछ की जाएगी। मंगलवार को ऐसा ही हुआ। तीनों के बयान के बाद अंततरू ईडी ने पंकज मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया। दाहू यादव और बच्चा यादव ने ईडी को जानकारी दी है कि उनके अवैध खनन मामलों तथा अन्य काले धंधों में पंकज मिश्रा की हिस्सेदारी है। पंकज मिश्रा इन दोनों के माध्यम से अपना काला धन खपाने का काम करते थे। दोनों ने ईडी के समक्ष खुलासा कर दिया है कि पंकज मिश्रा ने करोड़ों की संपत्ति निवेश की है।
पंकज मिश्रा की गिरफ्तारी से झारखंड की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। विपक्ष के निशाने पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आ गए हैं। भाजपा शुरू से ही पंकज मिश्रा को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर टिप्पणी करती रही है। अब यह बयानबाजी और बढ़ गई है। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे तो पहले से ही दावा करते रहे हैं कि मनी लांड्रिंग और अवैध खनन के काले धंधे में पंकज मिश्रा भी एक खिलाड़ी है। उन्होंने बहुत पहले कह दिया था कि पंकज मिश्रा का जेल जाना तय है। अब उनकी भविष्यवाणी सच हुई है। इस गिरफ्तारी के बाद अब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मुश्किलें भी बढ़ जाएंगी।