मार्ग पर धमका हाथी, रुके वाहन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: जंगल से सटे आबादी क्षेत्रों में हाथियों की धमकी थमने का नाम नहीं ले रही। बुधवार सुबह सिद्धबली-सनेह मार्ग पर अचानक एक हाथी धमक गया। मार्ग के दोनों ओर खड़े वाहन चालकों को घंटों हाथी के जंगल में लौटने का इंतजार करना पड़ा। हाथी को देख सुबह की सैर करने वाले लोगों में अफरातफरी मची हुई थी।
सनेह क्षेत्र का अधिकांश भाबर लैंसडौन वन प्रभाग क्षेत्र के जंगल से सटा हुआ है। ऐसे में सिद्धबली-सनेह मार्ग के साथ ही आबादी क्षेत्र में आए दिन हाथियों की धमक बनी रहती है। बुधवार सुबह भी करीब सात बजे एक हाथी जंगल से निकलकर सिद्धबली-सनेह मार्ग पर आ धमका। हाथी को देख मार्ग पर सुबह की सैर कर रहे लोगों में अफरा-तफरी मच गई। इन दौरान मार्ग से आवाजाही करने वाले वाहन चालकों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा। करीब डेढ़ घंटे तक सड़क पर घूमने के बाद हाथी वापस जंगल में लौटा। सनेहवासी लोकेंद्र सिंह, पुष्कर रावत ने बताया कि क्षेत्र में हाथियों को रोकने के लिए बनाई गई सुरक्षा दीवार भी केवल खानापूर्ति ही साबित हो रही है। फेंसिंग लाइन में भी करंट नहीं है। कहा कि आबादी में हाथियों की धमक रोकने के लिए कई बार वन विभाग को पत्र दे चुके हैं। लेकिन, विभाग समस्या को लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहा।