उत्तराखंड

धान खरीद नहीं होने पर मंडी में किसानों का जोरदार प्रदर्शन

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रुद्रपुर। अनाज मंडी में कच्चे आढ़तियों के धान की खरीद न किए जाने पर किसानों ने धरना प्रदर्शन करते हुए प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। किसानों की प्रदर्शन की सूचना पर पहुंचे तहसीलदार और मंडी समिति अध्यक्ष ने किसानों से वार्ता कर धान तोलने का आश्वासन दिया। इस दौरान किसानों की तहसीलदार और मंडी सचिव के साथ नोकझोंक भी हुई। शुक्रवार सुबह से ही धान की खरीद न किए जाने पर तराई किसान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष सलविंदर सिंह कलसी के नेतृत्व में सैकड़ों किसानों ने मंडी गेट पर धरना शुरू कर दिया और विभाग के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। कलसी का कहना था कि किसानों के धान को 22 कच्चे आढ़तियों ने गुरुवार को धान की खरीद की थी। आरोप है कि कच्चे आढ़ती ने खरीद बंद कर दी। जिसको लेकर किसानों ने धरना दिया। उन्होंने कहा कि खरीदे जा रहे धान को मानक के अनुरूप न बताते हुए भारी कटौती की जा रही है जो कि गलत है। उन्होंने तहसीलदार को स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि धान की लागत 1200 रुपए आ रही है, जबकि धान कटौती करके 1400 रुपए प्रति कुंतल खरीदा जा रहा है तो किसान के पल्ले तो उसकी मेहनत का मूल्य भी नहीं मिल रहा। उन्होंने किसानों के शोषण का आरोप लगाते हुए तहसीलदार से न्याय की मांग की। इस दौरान तहसीलदार देवेंद्र सिंह बिष्ट ने कहा कि मानकों के अनुरूप होने पर आढ़तियों के धान की खरीद की जा रही है। वहीं कई कच्चे आढ़तियों का कहना है कि सरकार ने अभी तक बारदाना उपलब्ध नहीं करवाया है। जिस पर धान की खरीद में रूकावट आ रही है। साथ ही कच्चे आढ़तिओं पोर्टल बंद चल रहे हैं। यहां आढ़ती एसोसिएशन अध्यक्ष सतीश घीक, मंडी समिति अध्यक्ष सुभाष गुंबर, राइस मिल के अध्यक्ष अनिल नारंग, महामंत्री गौरव घीक, अनिल एस पूजनी, गौरव भुड्ढी, अनिल भुसरी, अशोक धीर, तराई किसान संगठन जिलाध्यक्ष विक्रम सिंह गोराया, राजेंद्र सिंह मक्कड़, करनैल सिंह, रविंद्र सिंह, सतनाम सिंह, विपिन कुमार, निशान सिंह, रणजीत सिंह समेत कई लोग मौजूद रहे।

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