भोजनमाताओं ने लगाया सरकार पर लगाया उत्पीड़न का आरोप
उत्तरकाशी। भोजनमाता कामगार यूनियन (संबद्घ सीटू) के द्वितीय सम्मेलन में भोजनमाताओं ने सरकर पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। इस मौके पर संगठन की नई कार्यकारिणी का गठन करते हुए घूरी देवी को यूनियन का जिलाध्यक्ष व गीता देवी को जिला मंत्री चुना गया। जिसमें कबूरी देवी, रोशनी देवी को जिला उपाध्यक्ष, विजया देवी, सुभदा देवी संयुक्त मंत्री, बीना देवी को कोषाध्यक्ष समेत 29 सदस्यीय जिला कमेटी का चुनाव किया गया। तिलवाड़ा में आयोजित हुए सम्मेलन में बतौर पर्यवेक्षक पहुंचे सीटू के जिला महामंत्री वीरेंद्र गोस्वामी ने कहा कि राज्य गठन के 22 वर्ष बीत जाने के बाद भी भोजनमाता न्यूनतम मानदेय नहीं दिया जा रहा है, उल्टा राज्य गठन से सेवाएं दे रही भोजनमाताओं की टंटनी की जा रही है। जबकि उनसे छह घंटे कार्य करवाया जा रहा है। इसके बदले उन्हें नाममात्र का मानेदय दिया जा रहा है। जो समय पर भी नहीं दिया जाता है। कहा कि भोजनमाताओं से पंचायती, विधानसभा, लोक सभा जैसे मतत्वपूर्ण चुनावों में सेवाएं ली जाती है। शिक्षा का निजीकरण होने से प्रदेश के सैकड़ों विद्यालय बंद होने का जिसका खामियाजा गरीब भोजनमाताओं को उठाना पड़ रह है। बताया कि भोजनमाताएं 5 अप्रैल को नई दिल्ली में होने वाली मजदूरों व किसानों की रैली में प्रतिभाग करेंगी। सम्मेलन में पुरानी कार्यकारिणी को भंग कर नई कार्यकारिणी का चुनाव किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता लक्ष्मी देवी ने की। इस मौके पर नरेंद्र रावत, विक्रम सिंह पंवार, भावना रावत, मदन सिंह, सूरवीर सिंह, रोशन लाल समेत भारी संख्या में भोजनमाताएं मौजूद थे।