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हड़ताल से लग रहें हैं कुूड़े के ढ़ेर, लोग जलाने को मजबूर

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जयन्त प्रतिनिधि
कोटद्वार। नगर निगम के सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के कारण शहर में कूड़े के ढ़ेर लगने शुरू हो गये, जिनसे निजात पाने के लिये अब क्षेत्रवासी अपने घर व प्रतिष्ठानों के आसपास फैले कूड़े पर आग लगाने लगे हैं। वहीं, कई वार्डों में समस्या इतनी भयंकर हो चुकी है कि आमजन को संक्रामक बीमारियों का खतरा सताने लगा है। ऐसे में यदि जल्द सफाई कर्मी अपने काम पर नहीं लौटे तो हालात गंभीर हो सकते हैं।
ठेका प्रथा समाप्त करने सहित अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर सफाई कर्मचारी पिछले पांच दिन से हड़ताल पर डटे हुए हैं। मांगें पूरी नहीं होने तक सफाई कर्मियों ने कूड़ा उठाने की चेतावनी दी है। ऐसे में पांच दिन से कूड़ा नहीं उठने के कारण शहर की स्थिति बदहाल हो चुकी है। सड़कों के किनारे जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। बारिश में कूड़ा बहकर सड़कों पर जमा होने लगा है। घर व दुकानों के आसपास जमा कूड़े को कई व्यक्ति आग लगा रहे हैं।
गाड़ीघाट निवासी शांति देवी, सपना ने बताया कि पुराना सिद्धबली मार्ग के पिछले दो दिन से एक गोवंश मरा हुआ है। जिससे क्षेत्र में दुर्गंध का माहौल बना हुआ है। निगम में फोन करने पर पता चला की सफाई कर्मचारियों की हड़ताल चल रही है। यदि समय रहते सफाई व्यवस्था पर ध्यान नहीं दिया गया तो आमजन का सांस लेना भी दूभर हो जाएगा।

फल सब्जी रेहडी वाले वार्ड हैं परेशान
कूड़े की सबसे अधिक समस्या शहर के पुराने वार्डों में बनी हुई है। दरअसल, कई व्यापारी व सब्जी विक्रेता शाम के समय जमा कूड़े को सड़कों के किनारे फेंक देते हैं, जिससे जगह-जगह जंदगी के ढेर जमा होने लगे हैं। मालगोदाम रोड पर तो पूरी तरह कूड़े से भर चुकी है। यही स्थिति आमपड़ाव, लकड़ीपड़ाव, गोविंदनगर व देवी रोड की बनी हुई है।

पूर्व-सैनिक सेवा परिषद ने दिया समर्थन
कोटद्वार। पूर्व-सैनिक सेवा परिषद ने सफाई कर्मचारियों की मांगों को अपना समर्थन दिया है। कहा कि ठेका प्रथा पर काम कर रहे सफाई कर्मचारी अल्प वेतन में अपने परिवार की आर्थिकी चला रहे हैं। पूर्व सैनिकों ने सफाई कर्मचारियों की समस्या को लेकर जल्द ही मुख्यमंत्री से मिलने का निर्णय लिया है।
रविवार को बदरीनाथ मार्ग स्थित एक होटल में परिषद की बैठक आयोजित की गई। परिषद के अध्यक्ष गोपाल कृष्ण बड़थ्वाल ने बताया कि ठेका प्रथा समाप्त करने सहित अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सफाई कर्मचारी पिछले पांच दिन से हड़ताल पर डटे हुए हैं। नतीजा शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह बदहाल हो चुकी है। कहा कि सरकार को सफाई कर्मचारियों की समस्या को लेकर गंभीरता दिखानी चहिए।
कोरोना की पहली लहर हो या दूसरी, सफाई कर्मचारी पूरी ईमानदारी के साथ अपने कार्यों में डटे रहे। कहा कि जल्द ही सफाई कर्मचारियों की मांगों को लेकर पूर्व सैनिकों का एक प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिलने जाएगा। इस मौके पर सीपी डोबरियाल, अनूप बिष्ट, सुभाष कुकरेती, बलवान सिंह रावत, उमेद सिंह, सुरेश रावत, शूरबीर सिंह, जगमोहन सिंह रावत, यमेंद्र सिंह रावत आदि मौजूद रहे।

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