ढोल-नगाड़ों के साथ निकाली गणपति विसर्जन यात्रा
खोह में विसर्जित की गई भगवान गणेश की प्रतिमा
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: गणेश महोत्सव के दसवें दिन शहर में ढोल-नगाड़ों के साथ गणपति विसर्जन यात्रा निकाली गई। यात्रा के दौरान देर शाम तक श्रद्धालु भगवान गणपति के भजनों पर झूमते हुए नजर आए। गणपति के जयकारे लगाते हुए भक्तों ने खूब अबीर-गुलाल उड़ाया।
31 अगस्त को गणेश महोत्सव की शुरूआत हुई थी। भक्तों ने घरों व पंडालों में भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित कर हर्षोल्लास के साथ गणेश महोत्सव मनाया। शुक्रवार को दस दिन बात भगवान गणेश को विदाई दी गई। सिद्धि विनायक सेवा समिति इंदिरानगर आमपड़ाव की गणेश विसर्जन यात्रा पटेल मार्ग स्थित एक बारात घर से शुरू हुई। विसर्जन यात्रा नगर के मुख्य मार्गों से होते हुए खोह नदी तक पहुंची। वहीं, मोहल्ला जौनपुर की विसर्जन यात्रा पटेल मार्ग से होते हुए झंडाचौक, बदरीनाथ मार्ग होते हुए खोह नदी में पहुंची। आमपड़ाव की विसर्जन यात्रा भी उक्त रूट से होते हुए सिद्धबली मंदिर के समीप खोह नदी के तट पर पहुंची। देर शाम तक शहर के विभिन्न वार्ड व मोहल्लों से विसर्जन यात्रा की झांकी निकलती रही। गणपति बप्पा को विदाई देते हुए भक्तों में उत्साह के साथ प्रभु से दूर जाने की मायूसी भी साफ दिख रही थी। भक्त नाचते झूमते और रंग गुलाल उड़ाते हुए प्रतिमा को नदी तट पर विसर्जन के लिए पहुंचे।