गौवंश संरक्षण स्क्वायड को और अधिक सक्रिय किया जाय
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। उत्तराखण्ड गौ सेवा आयोग के उपाध्यक्ष पंडित राजेंद्र अणथ्वाल ने पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड को पत्र प्रेषित कर गौवंश के हत्यारों को शीघ्र गिरफ्तार करने के लिए निर्देशित किया है। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो उसके लिए जनपद पौड़ी के कोटद्वार एवं अन्य अति संवेदनशील क्षेत्रों में जहां भी अब तक इस प्रकार की घटनाएं संज्ञान में आई है वहां गौवंश संरक्षण स्क्वायड को और अधिक सक्रिय होकर कार्य करने एवं स्थानीय पुलिस के साथ संयुक्त रूप से सघन अभियान चलाये। अभियान चलाकर ऐसे अपराधियों को चिन्हित कर उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा जाय।
पं. राजेंद्र अणथ्वाल ने कहा कि हिन्दू युवा वाहिनी के प्रदेश सचिव राजेश जदली ने अवगत कराया कि गत सोमवार को गाड़ीघाट में एक मस्जिद के पास खाली प्लाट में एक गौवंश का सिर पड़ा हुआ था। राजेश ने यह भी बताया कि पूर्व में भी इस तरह की घटनाएं हो चुकी है, लेकिन पुलिस प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नहीं गई है। पं. राजेंद्र अणथ्वाल ने कहा कि राज्य में उत्तराखण्ड गौवंश संरक्षण अधिनियम 2007 प्रभावी है, जिसके तहत राज्य में गौवंश पर पूर्णतया प्रतिषेध है। उक्त अधिनियम का के प्रावधानों को राज्य में कड़ाई से लागू करने एवं गौवंश के प्रति अपराध को रोकने हेतु राज्य सरकार द्वारा पृथक से गौवंश सरक्षण स्वायड का भी गठन किया गया है, किन्तु इसके उपरान्त भी देवभूमि में गौवंश की हत्या जैसे जघन्य अपराध की घटनाएं निरन्तर संज्ञान में आ रही है, जो बहुत ही दु:खद एवं चिंताजनक है।
गौवंश के हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग की
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। विश्व हिंदू परिषद गौ रक्षा आयाम ने उपजिलाधिकारी से गौवंश के हत्यारों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के लिए कोटद्वार पुलिस को निर्देशित करने की मांग की है।
उपजिलाधिकारी अर्पणा ढौंडियाल को ज्ञापन सौंपते हुए विहिप के जिला प्रचार प्रसार प्रमुख संतोष पंत ने कहा कि गत सोमवार को नगर निगम के गाड़ीघाट क्षेत्र में गौवंश का कटा हुआ सिर पड़ा हुआ था। इस मामले में कोटद्वार पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ उत्तराखण्ड गौवंश संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है, लेकिन अभी तक आरोपियों को पकड़ा नहीं गया है। जिससे विहिप कार्यकर्ताओं में आक्रोश व्याप्त है। उन्होंने कहा कि इस कोरोना महामारी के दौर में किसी भी प्रकार के आंदोलन सामाजिक हित में नहीं है, इसलिए विहिप गौरक्षा आयाम इस मामले में कोई आंदोलन नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रशासन इस मामले को गंभीरता से लेते हुए अति शीघ्र आरोपियों को पकड़कर उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही करें। ताकि भविष्य में कोई भी इस प्रकार की घटना को अंजाम देने का साहस नहीं कर पाये। ज्ञापन देने वालों में संतोष पंत, दीपक गौड़ कार्यकारी जिलाध्यक्ष, आशीष सतीजा, सचिन नेगी, मीना अग्रवाल आदि शामिल थे।