पश्चिमी झंडीचौड़ के किसानों ने की सिंचाई गूलें बनाने की मांग
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। नगर निगम के वार्ड नंबर 37 पश्चिमी झंडीचौड़ में तीन वर्ष से सिंचाई गूलों की मरम्मत नहीं होने से नहरों की दशा दयनीय बनी हुई है। कई बार विभागीय अधिकारियों को अवगत कराने के बावजूद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। जिससे किसानों में आक्रोश पनप रहा है। किसानों ने जल्द से जल्द सिंचाई गूलों का निर्माण कराने की मांग की है।
पार्षद सुखपाल शाह ने ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार किसानों के साथ अन्याय कर रही है। तीन वर्ष पूर्व जब ग्राम पंचायत के कार्यकाल के समय सिंचाई विभाग, लघु सिंचाई विभाग व नलकूप विभाग द्वारा गूलों का निर्माण कराया गया था, लेकिन तब से अभी तक गूलों की मरम्मत नहीं कराई गई है, जिस कारण नहरें जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो रखी है। नगर निगम बनने के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में गूलों का निर्माण कार्य बंद हो गया है। उन्होंने कहा कि पश्चिमी झंडीचौड़ में 90 प्रतिशत से अधिक लघु किसान है जो खेती से अपने परिवार का गुजारा करते है, लेकिन सिंचाई की व्यवस्था न होने से किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। पार्षद सुखपाल शाह ने कहा कि निगम बनने के बाद वार्ड नंबर 37 के लिए 4000 मीटर से अधिक गुल निर्माण का प्रस्ताव सिंचाई विभाग, नलकूप विभाग, लघु सिंचाई विभाग व जिलाधिकारी पौड़ी गढ़वाल को लिखित रूप में दे चुके है, लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है। एक ओर तो देश के प्रधानमंत्री किसानों की आय 2022 में दुगने करने का प्रयास कर रहे हैं, वही किसानों को वर्तमान सरकार सिंचाई की सुविधा भी उपलब्ध नहीं करा पा रही है। उन्होंने कहा इस समय खेत खाली है, इसलिए विभाग को जहां-जहां पर जरूरत है वहां पर सिंचाई गुलों का निर्माण कराना चाहिए। क्योंकि 2 महीने बाद बरसात शुरू हो जाएगी तब गुलों का निर्माण नहीं हो पाएगा।