उत्तरकाशी। रविवार को मौसम बदलने पर यमुनाघाटी में जमकर बारिश और ओलावृष्टि हुई। बड़कोट यमुनोत्री क्षेत्र में बारिश, आंधी और ओले गिरने से तमाम इलाकों में नगदी व पारम्परिक फसलों को नुकसान पहुंचा है। नौगांव क्षेत्र में भी जमकर ओलावृष्टि होने से तोकों में फसलें बर्बाद हो गई। सबसे अधिक नुकसान सेब के बागवानों में आई फसल को हुआ है। भारी ओलावृष्टि और बारिश से यमुनोत्री यात्रा पर भी प्रभाव पड़ा है। तीर्थयात्रियों ने सुरक्षित स्थल देखकर ओलावृष्टि से अपना बचाव करने का प्रयास किया। नौगांव प्रखंड के अंतर्गत भाटिया गांव के रानी बाग, बूतोगरी, सौंदाडी, नाशूका आदि तोकों रविवार दोपहर करीब तीन बजे के आसपास जमकर ओलावृष्टि होने से सेब, गेहूं, आलू, मसूर आदि फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है, जिससे किसानों में मायूसी छा गई।
भारी मात्रा में ओला गिरने से सेब, आडू, खुबानी के पत्ते तक जमीन पर गिर गए, जिससे इस ओलावृष्टि होने से फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। ऐसे में किसानों के साल भर की मेहनत पर पलभर में पानी फिर गया। इधर उपजिलाधिकारी बृजेश कुमार तिवारी ने मौसम से क्षतिग्रस्त फसलों के सर्वे करने के निर्देश दिए हैं। ताकि पीड़ित किसानों को क्षतिग्रस्त फसलों का नियमानुसार मुआवजा मिल सके।