अविश्वास प्रस्ताव से पहले इमरान की इस्लामाबाद में विशाल रैली, कहा- सरकार जाती है तो जाए लेकिन हम नहीं झुकेंगे
इस्लामाबाद, एजेसी। विपक्ष की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान रविवार को इस्लामाबाद में अपनी सियासी पकड़ का प्रदर्शन किया। इमरान खान ने एक विशाल रैली बुलाई जिसमें विभिन्न शहरों से बड़ी संख्घ्या में समर्थक जमा हुए। इमरान ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि मैंने पाकिस्घ्तान के विकास के लिए सियासत में कदम रखा। इमरान खान ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि जब हमारी सरकार आई तो हमने आवाम को हेल्थ इंश्योरेंश उपलब्घ्ध कराई।
इमरान खान ने कहा कि हमारी सरकार ईंधन की कीमतों को काबू में रखने की कोशिशें की। हमने निचले तबके को ऊपर उठाने की कोशिशें की। हमारी सरकार को खरीद फरोख्त के जरिए गिराने की कोशिशें की गईं। हमारी सरकार जाए तो जाए लेकिन हम इनके आगे झुकने वाले नहीं हैं। हम वह मुल्क बनना चाहते हैं जहां कानून का राज हो। हम वह पाकिस्तान बनाना चाहते हैं जहां हर गरीब को इंसाफ मिले।
हम ऐसी विदेश नीति बनाना चाहते हैं जो दूसरे मुल्कों के जंग में ना पड़े। हमारे पूर्वज नफरतें नहीं पैदा करने आए थे। हम सबको इकट्ठा करना चाहते हैं।
इमरान ने कहा कि हम ऐसा पाकिस्घ्तान बनाना चाहते हैं जहां महिलाओं को बराबरी का हक मिले। हम इसके लिए कानून बनाया है। हमने कानून बनाया है कि रियासतें महिलाओं को उनका हक दिलाएंगी। मुझे याद है जब ईराक पर हमले हुए तो ब्रिटेन की आवाम इस जंग के खिलाफ खड़ी हो गई थी। इसके कहते हैं जिंदा कौम़.़ आज यही जिंदा कौम हमारे इस जलसे में शामिल हुई है। पाकिस्घ्तान के इतिहास में अब तक कोई ऐसी सरकार नहीं हुई जिसने हमारी सरकार के जितना देश का विकास किया हो। इसके साथ ही इमरान ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।
इमरान ने कहा कि जब कोरोना महामारी आई तो हमारी सरकार ने इससे बेहतर तरीके से निपटने का काम किया। हमने पूरे देश में लाकडाउन लगाने से परहेज किया क्योंकि इससे गरीब की दिहाड़ी प्रभावित होती है। हमने महामारी के काल में पाकिस्तान बेहतर तरीके से चलाया। महामारी के काल में भी पाकिस्घ्तान ने बंपर निर्यात किया। इससे पाकिस्घ्तान को विदेशी मुद्रा हासिल हुई। यही नहीं संकटों के बीच पाकिस्घ्तान में फसलों की बंपर पैदावार भी हुई। हमारी सरकार ने किसानों की आर्थिक मदद की।
इमरान खान ने कहा कि आज से 10 साल पहले बलुचिस्घ्तान में ताबे की खदाने थीं। इन खदानों को लेकर एक विदेशी कंपनी ने सरकार को कोर्ट में घसीटा जिससे सरकार पर भारी भरकम जुर्माना लगा था। पिछली सरकारों ने इस मसले पर कुछ नहीं किया। हमारी सरकार आने के बाद हमने इस जुर्माने को बचाया। आज सरकार की कोशिशों का नतीजा है कि वह कंपनी पाकिस्घ्तान में अरबों का निवेश कर रही है। पाकिस्घ्तान गरीब मुल्घ्क नहीं है। पाकिस्घ्तान में खनिजों का भंडार है।