हल्द्वानी में भी बारिश का कहर, रकसिया नाले की दीवार ढही, आबादी में पहुंचा पानी, सड़क भी बही
हल्द्वानी। बारिश अब भारी पड़ने लगी है। जगह-जगह इससे खड़ी हुई परेशानियां सामने आ रही हैं। पहाड़ों पर तो आपदा जैसी स्थिति पैदा हो ही गई है, मैदानी इलाके भी पानी-पानी हो गए हैं। हल्द्वानी में पानी के तेज बहाव से रकसिया नाले की दीवार क्षतिग्रस्त हो गई है।
नाले की दीवार ढहने से नाले का पानी आबादी वाले इलाके में पहुंच गया है और छड़ायल सुयाल में स्कालर्स स्कूल के पास नाले की करीब 30 मीटर दीवार ध्वस्त हो गई है। इसमें सड़क का कुछ हिस्सा भी बह गया है। इसकी वजह से सड़क खतरनाक हो गई है। रात के समय आवागमन या नहर के पानी भरे होने की स्थिति में एकाएक वाहनों के नहर में गिरने का खतरा पैदा हो गया है। कुछ घरों में भी दरार आई है। नैनीताल रोड, कालाढूंगी रोड के कई इलाकों में जलभराव की स्थिति रही।
बारिश का कहर सिर्फ घरों पर ही नहीं, सरकारी दफ्तरों पर टूटा है। कुमाऊं के सबसे बड़े बस स्टेशन की हालत खराब है। बरसात के दौरान टपकती छत्तों की वजह से काम करना मुश्किल हो गया है। शनिवार को दिन भर दफ्तर से जुड़ा स्टाफ जरूरी दस्तावेज को भीगने से बचाने और कम्प्यूटर इधर से उधर करने में जुटा रहा। कई बार मुख्यालय को अवगत कराने के बाद भी बदहाली दूर नहीं की गई। जिस वजह से कर्मचारी संगठनों में भी खासा नाराजगी है।
बस स्टेशन में पूछताछ केंद्र, टिकट मशीन केंद्र से लेकर अन्य कई कार्यालय है। सालों से मरम्मत नहीं होने के कारण हर कक्ष में सीलन के साथ बरसात का पानी लीक होने की समस्या बनी है। उसके बावजूद उच्चधिकारियों ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। कई जगहों पर लेंटर की सरिया तक नजर आने लगी है। ज्यादा बरसात होने पर यह स्थिति यात्रियों के लिए भी खतरनाक हो सकती है। वहीं, मामले को लेकर एआरएम हल्द्वानी सुरेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि मुख्यालय को समस्या से अवगत करा दिया गया है।
रकसिया नाला हर बार स्थानीय लोगों के लिए मुसीबत बनता है। बरसात की वजह से दीवार टूटने से नाल जानलेवा बन गया है। इसकी शीघ्र मरम्मत करानी चाहिए।