पशुपालकों को दी लंपी बीमारी के लक्षण और बचाव की जानकारी
चमोली। प्रदेश में गोवंश में फैल रही विषाणु जनित बीमारी लंपी को देखते हुए पशुपालन विभाग के परियोजना प्रबंधक ड़ राजेन्द्र मठपाल ने मेहलचौंरी पशु चिकित्सालय में पशुपालकों की बैठक ली। इस अवसर पर उन्होंने गोवंश में होने वाले रोग के लक्षण और बचाव की जानकारी देते हुए बताया कि पशुओं को टीका लगने के बाद यह बीमारी नहीं होती है। इस दौरान उन्होंने कहा कि पशु चिकित्सालय में इसका टीका पहुंच गया है और मुफ्त में पशुओं का टीकाकरण किया जाएगा, जिसका लाभ उठाने की अपील की गई। पशु चिकित्सक डा़ मनीष ठकुरी ने पशुपालकों को बताया कि यह बीमारी विषाणु जनित है, इसमें पशु को पहले तेज बुखार आता है उसके बाद उसकी आंख से पानी तथा मुंह से झाग जाना प्रारंभ होता है और बाद में शरीर पर बड़े-बड़े चतके बन जाते हैं और पशु असहाय बन जाता है। बताया कि जिले में भी इस बीमारी ने कर्णप्रयाग क्षेत्र में दस्तक दे दी है। बैठक में पशु चिकित्सक ड़ सुन्दर सिंह मनराल, फार्मासिस्ट गंगा बिष्ट, व्यापार संघ अध्यक्ष मोहन नेगी, आलम सिंह, मोहन रावत, त्रिलोक सिंह, बृजमोहन, श्याम सिंह, देव सिंह सहित कई पशुपालक थे।