आनंद मार्ग में बिना तिलक दहेज के कराया गया अंतरजातीय विवाह
हरिद्वार। थानों आनंद मार्ग प्रचारक संघ के तत्वाधान में अनंदपट्टनम मास्टर यूनिट में कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए अंतरजातीय विवाह संपन्न कराया गया। जिसमें वर डा.साई सुंदर हैदराबाद पक्ष से पौरोहित्य का कार्य आचार्य प्रियतोषानन्द अवधूत (पंचशाखा सचिव दिल्ली सेक्टर) और वधू कुमारी प्रज्ञा प्रेमनगर देहरादून पक्ष से आचार्य युक्तात्मानंद अवधूत द्वारा विवाह संपन्न किया गया। आचार्य संजीवानंद अवधूत ने बताया कि इस प्रकार इस प्रकार के विवाह को विप्लवी विवाह भी कहते हैं। जिसमें जात पात, तिलक दहेज से ऊपर उठकर दो लोग वैवाहिक बंधन में बंधते हैं। आचार्य संजीवानंद अवधूत ने कहा कि इस प्रकार के विवाह का मुख्य उद्देश्य है कि हम समाज में एक ऐसी सामाजिक व्यवस्था स्थापित कर सकें। जहां किसी भी परिवार पर शादी विवाह को लेकर जो एक आर्थिक दबाव होता है। उससे समाज को मुक्ति मिल सके। इस प्रकार के विप्लवी विवाह में बिना तिलक दहेज के शादी होती है। संपूर्ण भारत वर्ष के विभिन्न राज्यों और देश विदेशों में भी इस प्रकार हजारों हजार शादियां करवाई जा चुकी है। कार्यक्रम में उपस्थित हुए आचार्य सत्यदेवानंद अवधूत (रिजिनल सेक्रेटरी मुम्बई) आचार्य संजीवानंद अवधूत (रिजिनल सेक्रेटरी प्रयागराज) आनंद मार्ग हरिद्वार के भुक्ति प्रधान प्रभुपाल, हरिद्वार से जय प्रकाश, कांता दीदी, उषा दीदी, देहरादून से चौतन्य दादा, थानों से आनंद अरविंद, सोमेंद्र गोश्वामी, बेंगलोर विकास, गौतम, विदुर सहित आनंद मार्ग के अन्य सदस्य एवं थानों के अन्य सहयोगियों ने वर-वधू को शुभकामनाएं दी।