खननकारियों पर लगाया मारपीट का आरोप, एएसपी से की शिकायत
कार्रवाई न होने पर दी आंदोलन की चेतावनी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। कोटद्वार भाबर में आये दिन खनन को लेकर मारपीट के मामले प्रकाश में आते रहते है। कोतवाली में खनन कारियों के खिलाफ पूर्व में भी कई बार
शिकायतें दर्ज कराई गई, लेकिन पुलिस खननकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं करती। जिस कारण खननकारियों के हौंसले बुलन्द है। बीती रात भी भाबर में खनन
कारियों ने एक व्यक्ति के साथ मारपीट की। पीड़ित ने अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार को तहरीर दी है। मारपीट की घटना से आक्रोशित स्थानीय लोगों ने शीघ्र ही
आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
स्थानीय निवासी भावना देवी, राहुल अधिकारी, भवान सिंह रावत, सुरेश जोशी, मंजू देवी, जितेंद्र रावत ने बताया कि गत रविवार देर रात करीब साढे़ दस बजे
दलीपपुर में खनन कारोबारियों के डंपर चल रहे थे। स्थानीय निवासी देवेंद्र सिंह ने चौकीदार से देर रात डंपर चलने पर आपत्ति जताई। चौकीदार द्वारा फोन करने पर
दो से तीन दर्जन खननकारी डंडे ओर सरिया लेकर मौके पर पहुंच गए और जान से मारने की धमकी देते हुए मारपीट करने लगे। मारपीट में देवेंद्र सिंह अधिकारी
और उसकी पत्नी को चोटें भी आई हैं। मौके पर पहुंच कलालघाटी पुलिस ने किसी तरह मामला शांत करवाया। पीड़ित ने मारपीट के मामले में अपर पुलिस अधीक्षक
कोटद्वार को तहरीर दी है। उन्होंने कहा कि रात के समय डंपरों की आवाजाही के कारण लोग चैन की नींद भी नहीं सो पा रहे है। सबसे अधिक परेशानी बच्चें और
बुर्जगों को हो रही है। इस संबंध में पूर्व प्रशासन से शिकायत की जा चुकी है, लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि रात के समय भी
नदियों में धड़ल्ले से खनन किया जा रहा है। जबकि नियमानुसार सूर्योदय से सूर्यास्त तक ही खनन किया जा सकता है। खनन कारोबारी सारे नियमों को ताक पर
रखकर दिन-रात खनन करने में लगे हुए है। सोमवार को आयोजित बैठक में पार्षद जगदीश मेहरा, राकेश बिष्ट, सौरभ नौडियाल, पंकज कपटियाल, दिनेश सती,
गणेश चंद्र जोशी ने एसडीएम कोटद्वार को ज्ञापन देकर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है। ऐसा न होने पर उन्होंने धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी है।