उत्तराखंड

नारों के बजाय खुद का उदाहरण पेश करना होगा : कोश्यारी

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देहरादून। उत्तराखंड को आज नारों की नहीं खुद का उदाहरण प्रस्तुत कर कुछ कर दिखाने की जरूरत है। उत्तराखंड कई ऐसे उदाहरण हैं, जिन्होंने शहरों से गांव लौटकर विकास और स्वरोजगार के कार्य किए। रिवर्स पलायन की मिसाल पेश की है। महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने रविवार को जोगीवाला स्थित सेवा निकेतन में उत्तरांचल उत्थान परिषद की प्रबंधकारिणी समिति की वार्षिक कार्ययोजना बैठक को संबोधित कर रहे थे। डोईवाला विधायक बृजभूषण गैरोला ने अपनी विधायक निधि से सेवा निकेतन देहरादून में ई-लाइब्रेरी के निर्माण की घोषणा की। उत्तरांचल उत्थान परिषद की बैठक अध्यक्ष जयमल सिंह नेगी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में अनेक विषयों पर गहन मंत्रणा हुई। केंद्रीय कार्यकारिणी ने विभिन्न विषयों पर प्रस्ताव पारित किए। अध्यक्ष नेगी ने कहा कि 16 जुलाई से 15 अगस्त तक प्रदेश में हरेला लोक पर्व के तहत फलदार एवं उपयोगी पेड़ लगाए जाएंगे। साथ ही उन्हें संरक्षित भी किया जाएगा। वार्षिक पंचांग में हिमालय दिवस, राज्य स्थापना दिवस, प्रवासी पंचायत एवं ग्राम दर्शन कार्यक्रमों को प्रमुख रूप से स्थान दिया गया। प्रांत सेवा प्रमुख पवन कुमार, प्रांत सह सेवा प्रमुख सुरेश सुयाल, संरक्षक प्रेम बड़ाकोटी, उपाध्यक्ष राजाराम, ड़ हरपाल सिंह नेगी, मदन सिंह नेगी, इंद्रेश लोहनी, पर्यावरणविद सच्चिदानंद भारती, यशोदानंद कोठियाल आदि मौजूद रहे। संचालन महामंत्री रामप्रकाश ने किया।

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