ओंकारेश्वर मंदिर को जोड़ने वाले मार्ग में हो रहा भू-धंसाव, शीघ्र ट्रीटमेंट की मांग
रुद्रप्रयाग। बाबा केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर को जोड़ने वाला मोटर मार्ग लगातार धंस रहा है। जिससे यहां आवाजाही के साथ-साथ आवासीय भवनों को भी खतरा बना हुआ है। स्थानीय लोगों ने शीघ्र ट्रीटमेंट की मांग की है। ओंकारेश्वर मंदिर के निकट स्थित गदेरे में पानी के कटाव से लगभग 200 मीटर का हिस्सा पूरी तरह धंस गया है जिसमें मंदिर को जोड़ने वाले मोटर मार्ग का 60 मीटर हिस्सा भी प्रभावित है। धंसाव से दो बार मोटर मार्ग का पुश्ता ढह चुका है, लेकिन उसके बाद भी स्थायी ट्रीटमेंट के बजाए केवल मिट्टी को भरकर काम चलाया जा रहा है। यहां पर काश्तकारों की भूमि भी पूर्णरूप से क्षतिग्रस्त हो गई है। यह भू-धंसाव मोटर मार्ग के नीचे गदेरे से हो रहा है। इस मोटर मार्ग पर सालभर श्रद्घालुओं की आवाजाही होती रहती है, लेकिन उसके बाद भी सुरक्षा के कोई स्थायी उपाय नहीं किए गए हैं। वहीं मोटर मार्ग धंसने से श्रद्घालुओं के साथ साथ स्थानीय लोगों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। 2012 और 2013 कि आपदा के बाद यह हिस्सा भूस्खलन से हर साल धंस रहा है। स्थानीय लोगों द्वारा गदेरे में सुरक्षा दीवार के लिए के लिए कई बार विभाग से पत्राचार के साथ ही तहसील दिवस में भी मुद्दे को उठाया गया, लेकिन उसके बाद भी सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए गए। वहीं अगर जल्द से जल्द सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए जाते हैं काफी हिस्सा भू-धंसाव की चपेट में आ सकता है। पूर्व ब्लक प्रमुख लक्ष्मी प्रसाद भट्ट ने सिंचाई विभाग से जल्द से जल्द गदेरे में सुरक्षा दीवार लगाने की मांग की है।