लेखक और सेमाजसेवी अमरनाथ शर्मा का निधन
संवाददाता, नई टिहरी। शिक्षाविद्, लेखक व देवप्रयाग प्रकाश पुंज सोसाइटी संस्थापक अमरनाथ शर्मा रैवानी का मुंबई मे निधन हो गया। स्व. अमरनाथ प्रवासी लोगों को जीवन भर एकजुट कर उन्हे उत्तराखंड की सेवा हेतु प्रेरित करने का काम करते रहे। कोट ब्लॉक के सौडू गांव मे 1932 मे जन्मे स्व. अमरनाथ शर्मा(87) एचबीटीआई कानपुर के रजिस्टार भी रहे। स्व. शर्मा ने गढ़वाली व हिंदी मे करीब 11 पुस्तकों की रचना की। जिसमें गढ़वाली काव्यकृति भागीरथी उप्र हिंदी संस्थान द्वारा पुरस्कृत भी की गयी। गढ़वाली में उनकी काव्यकृति रामावतार, सोमी, चिर परित्यकता, कोंगलू भैंस्वाल व हिंदी में महादेव, ब्रहम महिमा सहित ज्योतिष पर लघु पराशरी व फलित ज्योतिष तथा धर्म पर बद्रिकाश्रम व देवप्रयाग तीर्थ उल्लेखनीय कृतियां हैं। 2011 में देशभर में रह रहे क्षेत्र के प्रवासियों की संस्था देवप्रयाग प्रकाश पुंज सोसाइटी की स्थापना की व दो खंडों में उनकी विवरणिका भी प्रकाशित करवायी। सोसाइटी आज निर्धन विद्यार्थियों की छात्रवृति, निराश्रितों की सेवा से जुड़ी है। उनके निधन पर सोसाइटी अध्यक्ष महाधिवक्ता एसएल बाबुलकर व सचिव डॉ. जीएल भट्ट, श्री देवसुमन विवि वीसी डॉ. पीपी ध्यानी, पूर्व सूचना आयुक्त राजेंद्र कोटियाल, चारधाम तीर्थ पुरोहित हक हकुकधारी महापञ्चायत अध्यक्ष केके कोटियाल, जाह्नवी संस्था निदेशक डॉ. भगवती प्रसाद मिश्र, कुलदीपक, जितेंद्र सिंधी, संजय शास्त्री, भास्कर राव, मोहन भट्ट, डॉ. प्रभाकर जोशी, रमावल्लभ भट्ट, सुधाकर, प्रभाकर बाबुलकर, मीरा रतूड़ी, डॉ. किशोर रेवानी, केएल भट्ट आदि ने गहरा शोक जताया गया। क्षेत्रवासियों ने उनके परिजनों डॉ. अपूर्व रंजन शर्मा, अनूप शर्मा, पारुल शर्मा,ज्योति शर्मा, गिरीश शर्मा, प्रमोद कुमार, मीनू अनिताभ, अंजलि केशवदेव, वंदनाशांति कुमार आदि को संवेदना भेजी गयी।