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चमोली की बिनसर पहाड़ी में बादल फटने से मची तबाही, मलबे में दबे कई घर, दुकानें और वाहन

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गोपेश्वर। उत्तराखंड के चमोली जिले में घाट बाजार के ठीक ऊपर बिनसर पहाड़ी के चिनाडोल नामक तोक में बादल फटने से भारी तबाही मची है। कई आवासीय मकान, दुकानें और वाहन मलबे में दब गए हैं। पहाड़ी से भूस्खलन होने पर लोग पहले ही अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले गए थे। एक व्यक्ति के अपने घर में फंसे होने पर पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद उसे सुरक्षित निकाला।
मंगलवार शाम करीब साढ़े पांच बजे तेज बारिश के दौरान बिनसर पहाड़ी की तलहटी में तीन जगहों पर एक साथ बादल फटा, जिससे भारी मात्रा में मलबा लोगों के घरों से होते हुए मुख्य बाजार में पहुंचा।
मुख्य बाजार के समीप ही स्थानीय निवासी नंदा बल्लभ के नए भवन पर सीमेंट वर्क चल रहा था। मलबा आते ही मजदूर भाग गए, लेकिन नंदा बल्लभ मलबे में ही फंस गए, जिन्हें एसडीआरएफ और पुलिस की टीम ने आधे घंटे तक रेस्क्यू करने के बाद सुरक्षित निकाला।
घटना के प्रत्यक्षदर्शी शंभू प्रसाद पांडे ने बताया कि तेज बारिश के दौरान बिनसर पहाड़ी पर तेज बारिश के दौरान एक जोरदार धमाके जैसी आवाज सुनाई दी, जिसके बाद लोगों में अफरा-तफरी मच गई। लोग अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले गए। क्षण भर में ही लोगों के घर मलबे में दब गए।
स्थानीय निवासी मथुरा प्रसाद त्रिपाठी का नवनिर्मित भवन भी मलबे से क्षतिग्रस्त हो गया है। बलभद्र मैंदोली, भवानी दत्त गौड़, कुलानंद मैंदोली, रामेश्वर प्रसाद मैंदोली, दौलत सिंह नेगी, मुखर्ल्या सिंह राणा, सुंदरमणि जोशी, शबर सिंह रावत, खिलापी राम, बचन सिंह सहित कई मकानों में मलबा घुस गया है। लक्ष्मी मार्केट में भी कई मकान और दुकानें मलबे में दब गई हैं। घाट-बांजबगड़, घाट-भेंटी और घाट-उस्तोली सड़कों पर टनों मलबा भर जाने से बाधित हो गई हैं।
वहीं, भारी बारिश के चलते बरसाती गदेरे भी उफान पर बह रहे हैं, जिससे चुफलागाड़ नदी का जल स्तर बढ़ गया है। तहसीलदार राकेश देवली ने बताया कि बिनसर पहाड़ी की तलहटी में तीन जगहों पर बादल फटने की घटना हुई है। एसडीआरएफ, पुलिस टीम और तहसील की आपदा प्रबंधन की टीम रेस्क्यू में लगी हुई है। घटना में कोई मानव क्षति नहीं हुई है। दुकानों और वाहनों को नुकसान हुआ है।

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