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क्षेत्रीय विधायक मेडिकल कॉलेज और चिल्लरखाल मार्ग को लेकर कर रहे गुमराह

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जिला विकास प्राधिकरण को विस सत्र में समाप्त किया जाय
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार।
पूर्व काबीना मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने जिला विकास प्राधिकरण को समाप्त करने की घोषणा की है। प्रदेश सरकार 1 मार्च से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र में जिला विकास प्राधिकरण के कानून को समाप्त करने का प्रस्ताव लाये। अगर इस विधानसभा सत्र में प्राधिकरण समाप्त नहीं हुआ तो कांग्रेस जन आंदोलन चलायेगी। उन्होंने कहा कि एक मार्च को कांग्रेस जनता के सहयोग से विकास प्राधिकरण के विरोध में जन आक्रोश रैली निकालयेगी। पूर्व मंत्री ने आरोप लगाते हुए कहा कि क्षेत्रीय विधायक मेडिकल कॉलेज और चिल्लरखाल-लालढांग मोटर मार्ग को लेकर जनता को गुमराह कर रहे है। उक्त कार्यों को लेकर वह तारीख पर तारीख दे रहे है। उन्होंने कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में राजकीय
लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार चार वर्ष के कार्यकाल में कोई भी विकास कार्य नहीं कर पाई तो अब एक साल में क्या करेगी। सरकार बजट सत्र में जनता को गुमराह करने का प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि कोटद्वार-कालागढ़-रामनगर मोटर मार्ग गढ़वाल और कुमाऊं मंडल को जोड़ने का एक मात्र मार्ग है, लेकिन स्थानीय विधायक की लापरवाही के कारण ढाई वर्ष के लिए उक्त मार्ग को जीएमओयूलि के वाहनों के लिए बंद कर दिया गया, जिस कारण राज्य की जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। कुछ समय पहले उक्त मार्ग पर जीएमआयूलि के वाहनों का संचालन शुरू हुआ था, लेकिन सरकार व वन मंत्री द्वारा सुप्रीम कोर्ट में सही तरीके से पैरवी न करने के कारण उक्त मार्ग दोबारा से जीएमआयूलि के वाहनों के लिए बंद हो गया है। उन्होंने इस मार्ग पर वाहनों के बंद होने के लिए सरकार और वन मंत्री को दोषी ठहराया। पूर्व मंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में स्वीकृत मेडिकल कॉलेज, चिल्लरखाल-लालढांग मोटर का निर्माण कार्य चार साल में भी पूरा नहीं करा पाई है। स्थानीय विधायक साल साल से जनता को निर्माण कार्य शुरू कराने के लिए तरीख पर तारीख दे रहे है। स्थानीय विधायक की अनदेखी के कारण कोटद्वार विधानसभा में विकास कार्य ठप पड़े हुए है। इस मौके पर महापौर श्रीमती हेमलता नेगी, जिलाध्यक्ष डॉ. चन्द्रमोहन खरक्वाल, महानगर अध्यक्ष संजय मित्तल, महिला जिलाध्यक्ष श्रीमती कृष्णा बहुगुणा, विजय नारायण सिंह, पार्षद अनिल रावत आदि मौजूद थे।

शराब की दुकानों को बंद करने की मांग की
कोटद्वार।
पूर्व काबीना मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने प्रदेश सरकार से विगत वर्षों में स्वीकृत नई शराब की दुकानों को इस वर्ष न खोलने की मांग की, ताकि उत्तराखण्ड की युवा पीढ़ी को नशे की गिरफ्त से मुक्त कराया जा सकें। उन्होंने कहा कि विगत वर्ष आबकारी विभाग द्वारा प्रदेश के अन्दर विभिन्न जनपदों में शराब की दुकानें बहुत बड़ी मात्रा में खोल दी गई। शराब की दुकानों के बढ़ने से जहां प्रदेश की कानून व्यवस्था पर प्रतिकूल असर पड़ा है, वहीं युवा नशे के आदी हो रहे है। पहले की युवा वर्ग स्मैक की लत से अपने शरीर को खोखला कर चुका है। कुछ समय पूर्व कोटद्वार में सम्पन्न हुई सेना की भर्ती में अधिकांश युवा शारीरिक दक्षता परीक्षा ही पास नहीं कर पाये। जो कि देश और प्रदेश के लिए शुभ संकेत नहीं है। उन्होंने कहा कि जनता के विरोध के बावजूद भी शराब की दुकानों को खोला जाना बिल्कुल भी उचित नहीं है। युवाओं के भविष्य को देखते हुए विगत वर्षों में स्वीकृत नई शराब की दुकानों को बंद किया जाना चाहिए।

कोटद्वार की पहचान बनी खस्ताहाल सड़कें

कोटद्वार। पूर्व मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने कहा कि यहां की सड़कें कोटद्वार की पहचान बन गई है। कोटद्वार विधानसभा में सभी सड़कों की हालत ऐसी बनी हुई है कि स्वस्थ आदमी भी इसमें बीमार पड़ जायेगा। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार में सभी सड़कें बनाई गई थी, लेकिन वर्तमान भाजपा सरकार ने चार वर्ष के कार्यकाल में सड़कों की मरम्मत तक नहीं कराई। जिस कारण सड़क गड्ढों में तब्दील हो गई है। उन्होंने कहा कि सड़कों की हालत ऐसे है कि गड्ढ़ों में सड़क ढूढ़नी पड़ रही है। पूर्व मंत्री आरोप लगाते हुए कहा कि स्थानीय विधायक लालढांग-चिलरखाल मार्ग को लेकर जनता को गुमराह कर रहे है। विधायक इस मार्ग के निर्माण को लेकर गंभीर नहीं है। पूर्ववर्ती सरकार ने आरबीआई-81 के तहत उक्त मांग के लिए धनराशि स्वीकृति की थी, लेकिन वर्तमान सरकार ने उसे भी ठंडे बस्ते में डाल दिया है। उन्होंने कहा कि उक्त मार्ग कोटद्वार भाबर की लाइफ लाइन है, लेकिन सरकार इस मार्ग का निर्माण नहीं करा पा रही है। जबकि पूर्ववर्ती सरकार ने इसके लिए धनराशि भी जारी की थी।

कैसे होगी किसानों की आय दोगुनी
कोटद्वार। पूर्व मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने कहा कि कोटद्वार भाबर में सिंचाई के लिए चार नहरें है। दो खोह और दो नहरें मालन नदी से निकलती है, लेकिन वर्तमान में सिंचाई नहरों व गूलों के जगह-जगह क्षतिग्रस्त होने और उनमें मलबा भरा होने से पानी खेतों तक नहीं पहुंच पा रहा है। जिस कारण किसान फसल की सिंचाई नहीं कर पा रहे है। उन्होंने कहा कि एक ओर तो केन्द्र/राज्य सरकार किसानों की आय दोगुनी करने की बात कह रही है, लेकिन वहीं दूसरी ओर किसानों को सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल रहा है। ऐसे में किसानों की आय दोगुनी होना कैसे सम्भव है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पिछले काफी समय से नहरों व गूलों की मरम्मत एवं सफाई कराने की मांग कर रही है, लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

मेडिकल कॉलेज के लिए स्वीकृत जमीन बनी खनन का अड्डा
कोटद्वार। पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी का ड्रीम प्रोजेक्ट कोटद्वार मेडिकल कॉलेज की स्थापना का सपना अभी भी पूरा नहीं हो पाया है। पूर्व मंत्री सुरेन्द्र सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि स्थानीय विधायक की लापरवाही के कारण मेडिकल कॉलेज के लिए स्वीकृत जमीन खनन का अड्डा बनी हुई है। उक्त भूमि पर खनन कारियों द्वारा गहरे-गहरे गड्ढ़े खोद दिये गये है। पौड़ी गढ़वाल प्रशासन द्वारा पूर्व में कोटद्वार मेडिकल कॉलेज के लिए 31.72 एकड़ भूमि का चयन कर चिकित्सा शिक्षा विभाग के नाम दर्ज कर दी थी। किन्तु समय रहते पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी इस भूमि पर मेडिकल कॉलेज की स्थापना कराने में नाकाम रहे तो कोटद्वार के वर्तमान विधायक व प्रदेश में काबीना मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने इस भूमि को श्रम विभाग को मेडिकल कॉलेज खोेलने के लिए हस्तान्तरित करवा दिया। क्षेत्रीय विधायक डॉ. हरर्क ंसह रावत का श्रम विभाग भी इस भूमि पर मेडिकल कॉलेज खोलने में नाकाम रहे। इसके बाद पुन: 31.72 एकड़ भूमि में से 23 एकड़ भूमि श्रम विभाग से चिकित्सा शिक्षा विभाग को हस्तान्तरित कर दिया गया।

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