उत्तराखंड

विधायक नेगी ने दिया बांध प्रभावित ग्रामीणों के आंदोलन को समर्थन

Spread the love
Backup_of_Backup_of_add

नई टिहरी। बांध प्रभावित ग्राम तिवाड़ गांव व मरोड़ा के ग्रामीणों ने भूमि के बदले भूमि की मांग को लेकर सामूहिक धरना-प्रदर्शन झील किनारे तीसरे दिन भी जारी रखा। धरना स्थल पर पहुंचकर विधायक प्रतापनगर विक्रम सिंह नेगी ने अपना समर्थन देते हुये डीएम से दूरभाष पर बात कर ग्रामीणों की समस्याओं के समाधान के निर्देश दिए। ग्रामीणों ने एक सूत्रीय मांग को लेकर टीएचडीसी व पुनर्वास के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। गुरूवार को मरोड़ा व तिवाड़ गांव के ग्रामीणों ने तीसरे दिन भी धरना-प्रदर्शन जारी रखते हुये पुर्नवास विभाग व टीएचडीसी के खिलाफ रोष जाहिर किया। विधायक नेगी ने कहा कि ग्रामीणों की मांग जायज है। जिनकी भूमि डुबी है, उन्हें भूमि दी जानी चाहिए। कहा कि यदि पुर्नवास व टीएचडीसी इस ओर ध्यान नहीं देता है, तो आंदोलन तेज कर लंबा चलाया जायेगा। उन्होंने कहा कि सार पूल, म्यंडा, कंगसाली, नौता, डगडोली, रौलाकोट में जनता के लिए वोट संचालित की जाती थी। जिसे टीएचडीसी ने बंद कर दिया। इसे संचालित किया जाना चाहिए। मांगों को लेकर ईडी का घेराव भी किया जायेगा। ग्रामीणों ने कहा कि जो उनक भूमि बांध के कारण जलमग्न हुई है। उसके बदले में उन्हें पुर्नवास नीती के तहत भूमि दी जाय। लगातार उनकी मांग को टालकर उनके साथ अन्याय किया जा रहा है। पुनर्वास व टीएचडीसी उनकी इस मांग को लेकर मूकदर्शक बने हैं। 2004 में टिहरी जलाशय बन जाने के कारण कोटी गाड नामे तोक में ग्रामीणों की 200 नाली भूमि डुबी है। 50 प्रतिशत से कम प्रभावित होने के कारण विस्थापन नहीं हुआ, लेकिन डुबी भूमि के बदले भूमि देने का प्रावधान पुर्नवास नीति में है। जिस पर अमल नहीं किया जा रहा है। मुआवजा एसएलओ में जमा है। जिसे लेने को ग्रामीण सहमत नहीं हैं। ग्रामीण भूमि के बदले भूमि की मांग कर रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!