पेयजल किल्लत से जूझ रही तीस हजार की आबादी
विकासनगर। सेलाकुई कस्बे की तीस हजार की आबादी को पिछले एक सप्ताह से पेयजल किल्लत से जूझना पड़ रहा है। लोग सिंचाई की गूलों से पीने के पानी की आपूर्ति करने को मजबूर हैं। इसका कारण नलकूप के बिजली के बिलों का बकाया भुगतान नहीं होना है। लाखों का बकाया बिल नहीं चुकाए जाने पर ऊर्जा निगम ने एक सप्ताह पूर्व क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति करने वाले दो ट्यूबवेल के कनेक्शन काट दिए हैं। सेलाकुई कस्बे को पेयजल आपूर्ति करने के लिए बहादरपुर और जमनपुर में स्वजल परियोजना के तहत दो ट्यूबवेल लगाए गए हैं। दोनों ही ट्यूबवेल के रखरखाव और पानी का बिल वसूलने की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत के अधीन बनी पेयजल स्वच्छता समिति की होती है। लेकिन सेलाकुई में पिछले पांच साल से अधिक समय से ग्राम पंचायत अस्तित्व में नहीं है, जिसके चलते पानी के बिलों की वसूली नहीं हो पाई। वसूली नहीं होने से बिजली के बिलों का भुगतान भी नहीं हुआ है। लंबे समय से बिजली के बिलों का भुगतान नहीं होने से बहादरपुर के नलकूप पर 35 लाखा 37 हजार 934 रुपये और जमनपुर के नलकूप पर 13 लाख 24 हजार रुपये बिजली का बिल बकाया है। स्थानीय निवासी प्रतिमा देवी, राधा नेगी, सविता कुकरेती, रामी थापा, ईश्वरी नेगी, संदीप चौहान, संजय कुमार, बलबीर राणा ने बताया कि एक सप्ताह पूर्व दोनों ट्यूबवेल के बिजली कनेक्शन ऊर्जा निगम ने काट दिए हैं, जिससे पूरे क्षेत्र में पेयजल संकट हो गया है। कई बस्तियों में हैंडपंप भी नहीं है। लोग सिंचाई की गूलों से पीने के पानी की आपूर्ति कर रहे हैं। जबकि जमनपुर सहित कई बस्तियों में सिंचाई गूल भी नहीं है। ऐसे लोगों को तीन से चार किमी दूर से पानी लाना पड़ रहा है। ऊर्जा निगम के एसडीओ मौ. उस्मान ने बताया कि बकाया बिल का भुगतान होते ही नलकूपों के बिजली कनेक्शन जोड़ दिया जाएगा।