प्रवासी झेल रहे दोहरी मार, बकरियां बीमारी की चपेट में
जयन्त प्रतिनिधि।
सतपुली। कोरोना महामारी के कारण प्रवासी दोहरी मार झेल रहे है। जहां प्रवासी बेरोजगारी की मार झेल रहे हैं। वहीं प्रवासियों द्वारा स्वरोजगार के रूप में शुरू किया गया बकरी पालन को बीमारी ने चपेट में ले लिया है।
जयहरीखाल ब्लॉक के अन्तर्गत ग्राम सभा कांडा मल्ला, कफल्डी, किमार, गैदगढ़ आदि गांवों में लॉकडाउन के दौरान शहरों से प्रवासी गांव आये। प्रवासियों ने स्वरोजगार के रूप में बकरी पालन को चुना, लेकिन बकरियों को भी बीमरी ने गिरफ्त में ले लिया है। प्रवासियों का कहना है कि दवाई खिलाने पर भी दवाई का असर नहीं हो रहा है। प्रवासी धर्मेन्द्र सिंह का एक बकरा बीमारी के कारण मर चुका है। इसके अलावा कफलडी, गैदगढ,़ किमार में भी बकरियां मर चुकी है। प्रवासी धर्मेंद्र सिंह का कहना है की और नुकसान न हो इसके लिए ग्राम प्रधान ने पशु चिकित्सालय जयहरीखाल से कई बार संपर्क करना चाहा तो उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है। जिसके बाद ग्राम प्रधान ने ब्लॉक प्रमुख दीपक भंडारी को लिखित पत्र भेजकर पशु चिकित्सकों को अबिलम्ब भेजने की मांग की है। ताकि प्रवासियों को आर्थिक नुकसान न हो। वहीं प्रवासियों का कहना है यदि यही हाल रहा तो हमें भारी नुकसान उठाना पड़ेगा।