पंपिंग पेयजल योजना में होगी वोल्टेज की दिक्कत खत्म
अल्मोड़ा। जल संस्थान की योजनाओं से जुड़े करीब डेढ़ लाख से ज्यादा उपभोक्ताओं को अब दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा। विभागीय अधिकारियों की मेहनत रंग लाई तो पंपिंग पेयजल योजना में वोल्टेज की दिक्कत खत्म हो जाएगी। जल संस्थान ने योजनाओं में वोल्टेज रेगुलेटर स्थापित करने को लिए उच्चाधिकारियों से बकायदा पत्राचार भी कर दिया है। ताड़ीखेत ब्लाक के तमाम गांवों को पेयजल आपूर्ति को कालिका, नैनीजाना, बिल्लेख, शेर विद्यापीठ, उरौली, बबरखोला आदि पेयजल योजनाओं से आपूर्ति की जाती है। करीब डेढ़ लाख से ज्यादा उपभोक्ता इन योजनाओं पर निर्भर है। योजनाओं में वोल्टेज एक बड़ी समस्या है। वोल्टेज के कम ज्यादा होने से कई बार आपूर्ति ठप हो जाती है। काफी देर बाद वोल्टेज स्थिर होने पर आपूर्ति होती है। ऐसे में गांवों की बड़ी आबादी पेयजल संकट को लेकर परेशान हो जाती है। जल संस्थान व विद्युत विभाग आपस में तालमेल कर कई बार व्यवस्था दुरुस्त करने का प्रयास भी करते हैं पर वोल्टेज के एकदम घटने बढ़ने से कई बार व्यवस्था चरमरा जाती है। अब समस्या के समाधान को जल संस्थान के अधिकारियों ने कदम बढ़ा लिए हैं। इसके लिए वोल्टेज रेगुलेटर स्थापित करने की कवायद तेज कर दी गई है। विभागीय अधिकारी बताते हैं कि वोल्टेज रेगुलेटर स्थापित करने के लिए उच्चाधिकारियों को भी पत्राचार किया जा चुका है। सब कुछ ठीक रहा तो वोल्टेज रेगुलेटर स्थापित हो जाने के बाद वोल्टेज की समस्या खत्म हो जाएगी और पेयजल आपूर्ति भी दुरुस्त होगी। जल संस्थान के अवर अभियंता मनोज पाडे के अनुसार वोल्टेज रेगुलेटर स्थापित करने को काफी बजट की आवश्यकता होती है। ऐसे में उच्चाधिकारियों को पत्राचार किया जा चुका है। यदि वोल्टेज रेगुलेटर स्थापित करने को बजट उपलब्ध होता है तो एक बड़ी समस्या का समाधान हो सकेगा।