उत्तराखंड

धर्म संस्ति के संरक्षण में संत समाज का अहम योगदानरू साध्वी निरंजन ज्योति

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ज्ञानवापी पर अदालत का फैसला मान्य होगारू श्रीमहंत रविन्द्रपुरी
हरिद्वार। केंद्रीय मंत्री तथा निरंजनी अखाड़े की महामण्डलेश्वर साध्वी निरंजन ज्योति ने सोमवार को निरंजनी अखाड़ा पहुंचकर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज से भेंट कर धर्म संस्ति से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की। साध्वी निरंजन ज्योति के निरंजनी अखाड़ा पहुंचने पर अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने मां मनसा देवी का चित्र भेंटकर उनका स्वागत किया। श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज से भेंटवार्ता के उपरांत पत्रकारों से वार्ता के दौरान साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि सन्मार्ग पर चलने वाले संतों के प्रति हमेशा ही लोगों की निष्ठा रही है। गुरू पंरपरा का पालन करते हुए संतों ने आदर्श प्रस्तुत करते हुए सदैव समाज का मार्गदर्शन करते हुए धर्म संस्ति का संरक्षण किया है। कानपुर में हुई हिंसा पर उन्होंने कहा कि घटना को सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गया। पूरे घटनाक्रम की जांच की जा रही है। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। सभी राजनीतिक दलों को सद्भाव बनाने में सहयोग करना चाहिए। ज्ञानवापी विवाद पर उन्होंने कहा कि सर्वे में हिन्दू देवी देवताओं से संबंधित चिन्ह मिले हैं। मामला अदालत में है और उन्हें अदालत पर पूरा विश्वास है। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने कहा कि साध्वी निरंजन ज्योति ने ज्ञानवापी मामले को लेकर संत समाज से धैर्य रखने व अदालत पर भरोसा रखने की अपील की है। उनकी अपील का संत समाज पालन करेगा। ज्ञानवापी का मामला अभी अदालत में विचाराधीन है। अदालत का फैसला सभी को मान्य होगा। एक चर्चित वेब सीरिज में संतों के नकारात्मक चित्रण पर उन्होंने कहा कि संत समाज को बदनाम करने की कोशिशें कभी कामयाब नहीं होगी। ऐसी वेब सीरिज को बैन किया जाना चाहिए। केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति व अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने उत्तरकाशी में हुई बस दुघर्टना में जान गंवाने वाले लोगों की आत्मशांति की प्रार्थना करते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की और कहा कि सरकार पीड़ितों की हरसंभव मदद कर रही है। इस दौरान निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रामरतन गिरी भी मौजूद रहे।

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