उपजिलाधिकारी से लगाई मालन नदी का बहाव बीच में कराने की गुहार
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। पहाड़ी व मैदान क्षेत्र में लगातार बारिश होने से मालन नदी का जलस्तर बढ़ गया है। मालन नदी जलस्तर बढ़ने से नदी तट पर बसे लोगों की चिंता बढ़ गई है। मालन नदी से नदी के आसपास की बस्तियों के मकान और खेतों के बहने का खतरा बना हुआ है। स्थानीय लोगों ने उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर मालन नदी में जेसीबी मशीन लगवाकर पानी का बहाव बीच में कराने की मांग की है।
पार्षद सौरव नौडियाल ने बताया कि वार्ड नंबर 31 पदमपुर मोटाढांक तहसील कोटद्वार में मालन नदी द्वारा प्रत्येक वर्ष सैकड़ों बीघा कृषि भूमि का कटाव कर दिया जाता है। पूर्व में भी कई आवासीय भवन मालन नदी के तेज बहाव में बह चुके है। जिसमें श्रीमती सीता देवी का आवासीय भवन भी बह गया था। उन्होंने कहा कि किसानों की आमदनी का एकमात्र साधन कृषि भूमि पर पैदा की गई फसल होती है, लेकिन प्रतिवर्ष कृषि भूमि के मालन नदी के बहाव में बहने से किसानों के समक्ष परिवार के भरण पोषण का संकट उत्पन्न हो गया है। स्थानीय जनता पिछले काफी समय से नदी किनारे बाढ़ सुरक्षा कार्य करवाने की मांग कर रही है, लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिससे लोगों में आक्रोश पनप रहा है। उन्होंने उपजिलाधिकारी से मालन नदी में जेसीबी मशीन लगाकर नदी के बहाव को बीच में करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि नाप खेत व आवासीय भवनों की सुरक्षा करना अति आवश्यक है। ज्ञापन देने वालों में पार्षद सौरव नौडियाल, गणेश सिंह, जसपार्ल ंसह, सुनीता घिल्डियाल, गौरव बिष्ट, रविन्द्र सिंह आदि शामिल थे।