शिवराजपुर में हाथी का आंतक, दहशत में लोग
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। नगर निगम के वार्ड नंबर 32 शिवराजपुर में हाथियों के आतंक से लोग दहशत में है। आये दिन हाथी काश्तकारों की फसल को नुकसान पहुंचा रहे है, वहीं हाथियों को भगाने के दौरान जानमाल का खतरा बना हुआ है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि कई बार वन विभाग के अधिकारियों को अवगत कराने के बावजूद भी समस्या का निराकरण नहीं हो पा रहा है। वन विभाग की लापरवाही का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। वन विभाग की कार्यप्रणाली से कास्तकारों में रोष पनप रहा है।
कास्तकार रतन सिंह, कुंदन सिंह, मोहन सिंह, महेंद्र सिंह, हिम्मत सिंह, छोटे सिंह ने बताया कि हाथी लगातार मालन नदी पार कर उनके खेतों में घुस रहा है। हाथी देर रात करीब एक से दो बजे कास्तकारों के खेतों में घुस कर उनकी धान और मक्के की फसल रौंदते हुए चट कर रहा है। वन विभाग को सूचना देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। कास्तकार जान हथेली पर लेकर हाथी को भगाने को मजबूर हैं। कास्तकारों ने वन विभाग से रात्रि गश्त कर हाथी से सुरक्षा प्रदान करने के साथ ही फसल के नुकसान का मुआवजा देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि पिछले काफी समय से हाथियों के आतंक से निजात दिलाने की मांग कर रहे है, लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। मजबूरी में कास्तकार खेती छोड़ने को मजबूर है। एक ओर तो सरकार 2022 तक किसानों की आय दोगना करने की बात कर रही है, वहीं किसानों की समस्याओं का निस्तारण नहीं हो पा रहा है। ऐसे में किसानों की आय दोगना करना कैसे सम्भव है।