स्व० बड़ोनी की जयंती पर उनके पैतृक गाँव में दी श्रद्धांजलि
रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड राज्य आंदोलन के पुरोधा एवं लोक संस्कृति के ध्वज वाहक स्वर्गीय इन्द्रमणि बडोनी की जयंती पर उनके पैतृक विकासखंड जखोली में जनप्रतिनिधियों व विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों ने उनके कार्यों को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी है। उनके जन्म दिवस पर शिक्षाविद् व शिक्षक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष शिवसिंह रावत ने स्व.बडोनी के सामाजिक व सांस्कृतिक योगदान को याद करते हुए कहा कि स्व.बडोनी सामाजिक कार्यों के साथ साथ लोक संस्कृति को भी गांव गांव जाकर लोगों को जागरूक करते थे। इसी का परिणाम है कि स्व.बडोनी की जयंती को सरकार लोक संस्कृति दिवस के रुप में मनाती है। विदित हो कि स्व.इन्द्रमणि बडोनी का जन्म टिहरी रियायत के तत्कालीन जखोली ब्लाक के अखोड़ी गांव में 24 दिसम्बर 1925 को हुआ। वे 1956 में जखोली ब्लाक के पहले ब्लॉक प्रमुख बने ओर बाद में 1967 में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर देवप्रयाग सीट से उत्तरप्रदेश विधानसभा के सदस्य बने। वे 1969 ओर पुन: 1977 में देवप्रयाग क्षेत्र से तीसरी बार विधान सभा पहुंचे और पर्वतीय विकास परिषद् के उपाध्यक्ष भी रहे। वर्ष 1994 में पौड़ी में उनके द्वारा राज्य निर्माण के लिए आमरण अनशन शुरू किया गया। 9 नवम्बर 2000 को राज्य गठन से पूर्व ही 18 अगस्त 1999 को वे हमेशा के लिए सो गये। श्रद्धांजलि देने वालों में ब्लाक प्रमुख प्रदीप थपलियाल,प्रधानाचार्य शिवसिंह रावत,प्रधान संगठन के जिलाध्यक्ष देवेन्द्र भण्डारी,धनराज बंगारी,गिरीश बडोनी,अजय पुण्डीर,बलवीर रौथाण,हर्षवर्धन नैथानी,महावीर पंवार आदि शामिल थे।