जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : थलीसैंण ब्लाक के ग्राम कनाकोट में वर-वधू गौरव व किरन ने घर के आंगन में मौसमी का समलौंण पौधा रोपकर शादी को यादगार बनाने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन का संदेश दिया।
पुरुषोत्तम प्रसाद नौड़ियाल व लक्ष्मी देवी की पुत्री की शादी के उपलक्ष्य में वर-वधू गौरव व किरन ने घर के आंगन में मौसमी का समलौंण पौधा रोपा। पौधे के संरक्षण की जिम्मेदारी दुल्हन की मां ने ली। कार्यक्रम का संचालन करते हुए गांव की समलौंण सेना की कोषाध्यक्षा लक्ष्मी देवी ने कहा कि हर संस्कारों के अवसर पर समलौंण पौधरोपण वृहद स्तर पर चल रहा है, जो कि एक जन आंदोलन बन चुका है। उन्होंने वनों से होने वाले प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष लाभों के बारे में सभी ग्रामवासियों को विस्तार से जानकारी देते हुए क्षेत्रवासियों से वनों को आग से बचाने एवं उनका संरक्षण करने की अपील की। इस मौके पर गांव की समलौंण सेना की सदस्य पूजा देवी नौड़ियाल, मंजू देवी, लक्ष्मी देवी, कान्ति, चित्रा, पूजा, गोबद्र्धन प्रसाद, पितांबर आदि मौजूद रहे।
वहीं विकासखंड थलीसैंण के पट्टी कंडारस्यूूं के ग्राम भटकोट में रघुवीर सिंह गुसाईं की पुत्री की शादी के उपलक्ष में घर के आंगन में वर-वधू विमल एवं प्रियंका ने मौसमी का समलौण पौधा रोपकर शादी को यादगार बनाने के साथ साथ पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन का संदेश दिया। पौधे के संरक्षण की जिम्मेदारी दुल्हन के पिता रघुवीर सिंह गुसाईं ने ली। इस मौके पर समलौण साथी भगत सिंह गुसाईं, गांव की समलौण सेना श्रीमती सुषमा देवी, सेना की सदस्य सुनीता देवी, सरस्वती देवी, सोनी देवी, मगनी देवी, कविता देवी, विनोद सिंह, दर्शन सिंह, डबल सिंह, राकेश सिंह आदि बाराती एवं घराती उपस्थित थे। दुल्हे ने शादी के उपलक्ष में समलौण पौधारोपण जैसे पुण्य कार्य करने पर गांव की समलौण सेना को 500 रुपये की नगद राशि पुरस्कार स्वरूप भेंट की।