कोटद्वार-पौड़ी

बॉर्डर पर रोकी ट्रैक्टर-ट्रॉली, पैदल पहुंचे सिद्धबली मंदिर

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यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए पुलिस ने कसी कमर
सिद्धबली दर्शन को आने वाले भक्तों की बॉर्डर पर ही रोकी ट्रैक्टर-ट्रॉली
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए यातायात पुलिस ने कमर कस ली है। रविवार को सिद्धबली दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं की ट्रैक्टर-ट्रॉली को कौड़िया चैक पोस्ट पर ही रोक दिया गया। यहां से श्रद्धालु चिलचिलाती धूप के बीच पांच किलोमीटर पैदल चलकर सिद्धबली दर्शन को पहुंचे। यही कारण था कि शहर में कहीं भी जाम की स्थिति देखने को नहीं मिली।
गढ़वाल के प्रवेश द्वार कोटद्वार में स्थित श्री सिद्धबली मंदिर से सैकड़ों भक्तों की आस्था जुड़ी हुई है। बाबा के धाम पर सबसे अधिक भीड़ रविवार व मंगलवार को होती है। रविवार को उत्तर प्रदेश के जिला बिजनौर के विभिन्न गांव से सैकड़ों ग्रामीण ट्रैक्टर-ट्रॉली से बाबा के धाम पर पहुंचते हैं। सुबह से शाम तक शहर के बीच दौड़ने वाली इन ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के कारण शहर में जाम की स्थिति बनी रहती थी। गत रविवार एक अनियंत्रित ट्रैक्टर-ट्रॉली ने राजकीय बालिका इंटर कॉलेज के बाहर सड़क किनारे खड़ी स्कूटी को टक्कर मार दी थी। जिससे काफी विवाद भी हो गया था। आमजन की सुरक्षा व यातायात व्यवस्था को बनाए रखने के लिए सुबह से ही कौड़िया चैक पोस्ट पर पुलिस टीम तैनात हो गई थी। मंदिर दर्शन के लिए पहुंच रही इन ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को बॉर्डर पर ही रोक दिया गया। जिसके बाद श्रद्धालु यहां से पैदल ही सिद्धबली धाम तक पहुंचे।

नहीं होती नंबर प्लेट
रविवार को सैकड़ों की संख्या में मंदिर को आने वाली इन ट्रैक्टर-ट्रॉली में नंबर प्लेट तक नहीं होती। दरअसल, इन ट्रैक्टर-ट्रॉली को कृषि के उपयोग के लिए पंजीकृत किया जाता है। लेकिन, ग्रामीण इन्हें लेकर सिद्धबली तक पहुंच जाते हैं। कई बार यह ट्रैक्टर-ट्रॉली सिद्धबली मंदिर के समीप नेशनल हाईवे पर ही खराब हो जाती हैं। जिससे हाईवे पर जाम की स्थिति बन जाती है।
बॉक्स समाचार
सिद्धबली मंदिर में उमड़ी भीड़
रविवार अवकाश का दिन होने के कारण श्री सिद्धबली मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी रही। भक्तों ने घंटो लाइन में खड़े होकर बाबा के दर्शन किए। बाबा के दर्शन को पहुंचने वाले भक्तों के लिए मंदिर में भंडारे का भी आयोजन किया गया था। गर्मी से निजात के लिए श्रद्धालुओं ने खोह नदी में पहुंचकर डुबकी भी लगाई। जगह-जगह जूस व सिकंजी की दुकानों में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी रही।

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