कोटद्वार-पौड़ी

ब्लड सेपरेशन यूनिट का संचालन के लिए लाईसेंस का इंतजार

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जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। राजकीय बेस चिकित्सालय कोटद्वार प्रशासन को ब्लड सेपरेशन यूनिट संचालन के लिए लाईसेंस मिलने का इंतजार है। ब्लड बैंक की छत पर यूनिट के भवन निर्माण का काम पूरा होने के साथ मशीनों को स्थापित कर दिया गया है। इस यूनिट के प्रारंभ होने पर प्लेटलेट्स की वजह से मरीजों को रेफर नहीं करना पड़ेगा। ब्लड कंपोनेंट यूनिट शुरू होने के बाद एक यूनिट ब्लड से चार लोगों का फायदा होगा। यानि जिसे सिर्फ प्लाज्मा की जरूरत है उसे प्लाज्मा ही चढ़ सकेगा और जिसे हिमोग्लोबिन की जरूरत होगी उसे हिमोग्लोबिन। पिछले साल शासन ने बेस अस्पताल में स्थित ब्लड़ बैंक की छत के ऊपर ब्लड़ सेपरेशन यूनिट स्थापित करने की अनुमति दी थी।
पौड़ी गढ़वाल के दुगड्डा, जहरीखाल, द्वारीखाल, रिखणीखाल, एकेश्वर सहित सात विकासखंडों में रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य की पूरी जिम्मेदारी कोटद्वार बेस अस्पताल पर है। पौड़ी जनपद के अलावा उत्तर प्रदेश के जनपद बिजनौर जिले के दर्जनों गांव के लोग अस्पताल में उपचार कराने आते है। अस्पताल में ब्लड सेपरेशन यूनिट न होने से लोगों को बाहर रैफर करना पड़ता है। डेंगू की प्राथमिक जांच किट तो चिकित्सालय में उपलब्ध है, लेकिन डेंगू की पुष्टि के लिए आज भी सेंपल को श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में भेजना पड़ता है, जिसकी रिपोर्ट आने में दो से तीन दिन लग जाते हैं। डेंगू मरीज के लिए प्लेटलेट्स सुविधा न होने के कारण चिकित्सक डेंगू की प्राथमिक जांच में पुष्टि होते ही मरीज को देहरादून रेफर कर देते हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। कोटद्वार के बेस चिकित्सालय में जल्द ही मरीजों को प्लेटलेट्स भी मिलने लगेंगे। पिछले साल शासन ने बेस अस्पताल में स्थित ब्लड़ बैंक की छत के ऊपर ब्लड सेपरेशन यूनिट स्थापित करने की अनुमति दी थी। अस्पताल में यूनिट स्थापित के लिए भवन भी तैयार हो चुका है। अस्पताल प्रशासन ने मशीनों की खरीददारी भी कर दी है। यूनिट की स्थापना के बाद बेस चिकित्सालय में ही रक्त के विभिन्न अव्यय (प्लेटलेट्स, प्लाज्मा आदि) मरीजों को आसानी से मिल जाएंगे।
राजकीय बेस अस्पताल कोटद्वार के मैनेजर बीएस रावत ने बताया कि ब्लड सेपरेशन यूनिट संचालन के लिए लगभग 33 लाख की लागत से मशीनों की खरीददारी कर दी गई है। मशीनें स्थापित कर दी गई है। उन्होंने बताया कि केन्द्रीय औषधी नियंत्रक भारत सरकार की टीम ने पिछले दिनों ब्लड सेपरेशन यूनिट का निरीक्षण किया। यह टीम अस्पताल प्रशासन को अपनी रिपोर्ट देगी। रिपोर्ट मिलने के बाद ब्लड सेपरेशन यूनिट संचालन हेतु लाईसेंस की प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी। प्रयास किया जा रहा है कि फरवरी 2021 के अंतिम सप्ताह में यूनिट का संचालन शुरू हो जाय।

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