कोटद्वार-पौड़ी

हिमालय क्षेत्र में पर्यावरण एवं मानव हस्तक्षेप का संतुलन बनाने में बंजर भूमि का उपयोग महत्वपूर्ण

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जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी।
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर वीसीएसजी उत्तराखंड औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, भरसार के वानिकी महाविद्यालय, रानीचौरी में ऑनलाइन सेमिनार का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता, उत्तराखंड मूल के सुप्रसिद्ध पूर्व वैज्ञानिक, फिजिकल रिसर्च लैबोरेटरी, अहमदाबाद व हिमालयी भूगर्भ विशेषज्ञ डॉ. नवीन जुयाल रहे। कार्यक्रम का संचालन व आयोजन वानिकी महाविद्यालय, रानीचौरी के बेसिक एवं सोशल साइंसेज विभाग के अध्यक्ष डॉ. एसपी सती ने किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ विवि के कुलपति डॉ. अजीत कुमार कर्नाटक ने किया। इस दौरान उन्होंने हिमालय क्षेत्र में पर्यावरण एवं मानव हस्तक्षेप का संतुलन बनाए रखने में भूमि उपयोग योजना के अंतर्गत बंजर भूमि के उचित उपयोग पर बल दिए जाने की बात कही। उन्होंने जल एवं जीवाश्म ईंधन जैसे प्राकृतिक संसाधनों के उपयुक्त उपयोग व साथ ही वैकल्पिक संसाधनों की ओर कार्य करने की भी सलाह दी। मुख्य वक्ता डॉ. नवीन जुयाल ने “जलवायु परिवर्तन एवं मानव हस्तक्षेप पर हिमालयी पारिस्थितिकी तंत्र की प्रतिक्रिया” विषय पर बोलते हुए, विशेषकर छात्रों, शिक्षकों व उपस्थित दर्शकों के समक्ष हिमालय की विभिन्न भौगोलिक श्रेणियों-ट्रांस हिमालय, उच्च हिमालय व निचले हिमालय क्षेत्रों की भौगोलिक परिस्थितियों व पारिस्थितिकी तंत्र की जटिलताओं को समझाया। उन्होंने बदलते पर्यावण के प्रभाव व भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए विभिन्न श्रेणियों के लिए पृथक पृथक प्रबंधन नीति को अपनाए जाने पर जोर दिया। साथ ही तोता घाटी, गल्यासेंड आदि इलाकों का उदाहरण देते हुए कहा कि विभिन्न विकास परियोजनाओं के क्रियान्वयन से पहले विस्तृत वैज्ञानिक सर्वेक्षण व परियोजनाओं की रूप रेखा में वैज्ञानिक दृष्टिकोण को महत्व देने की अत्यंत आवश्यकता है। डॉ. जुयाल ने हिमालय क्षेत्र के विभिन्न इलाकों के वैज्ञानिक अध्यन प्रस्तुत कर विकास परियोजनाओं में विस्तृत व निष्पक्ष रूप से पर्यावरण प्रभाव आंकलन करने पर बल दिया। ऑनलाइन व्याखान में विश्वविद्यालय के निदेशक प्रसार डॉ. चंदेश्वर तिवारी ने भी विश्व पर्यावरण दिवस पर अपने विचार प्रस्तुत किए। अंत में निदेशक शोध डॉ. अमोल वशिष्ठ ने मुख्य वक्ता, कुलपति महोदय एवं सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद प्रेषित किया। ऑनलाइन व्याख्यान के दौरान विश्वविद्यालय के छात्रों के अतिरिक्त विश्वविद्यालय के कुलसचिव, प्रो. बीपी नौटियाल, संयुक्त निदेशक शोध डॉ. अरविंद बिजल्वान, डॉ. चतर सिंह धनाई, डॉ. दीपा रावत, डॉ. मनोज रियाल, डॉ. तौफिक अहमद, डॉ. रीना जोशी, डॉ. अजय कुमार, ई तेजस भोंसले, डा.ॅ राजेंद्र सिंह बाली, डॉ. गार्गी गोस्वामी, डा.ॅ अजय पालीवाल आदि सम्मिलित रहे।

पर्यावरण दिवस पर किया फलों की पौध का रोपण
जयन्त प्रतिनिधि।
श्रीनगर।
भाजपा अनुमोर्चा कार्यकर्ताओं ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर फलों की पौध का रोपण किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने पर्यावरण संरक्षण का संकल्प भी लिया।
कार्यकर्ताओं ने कहा कि शहर में कोई पॉलीथीन का प्रयोग न करें, इसके लिए अनुमोर्चा प्रयासरत रहेगा। शनिवार को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर शहर क्षेत्र में विभिन्न संस्थाओं ने पौध रोपण कार्यक्रम किए। भाजपा अनुमोर्चा कार्यकर्ताओं ने अनुमोर्चा मंडल अध्यक्ष सूरज हिमालयास के नेतृत्व में पौध रोपण कार्यक्रम किया। इसके तहत वार्ड 6 में स्थित चिल्ड्रन एकेडमी परिसर में फलदार पौधे रोपे गए। सूरज हिमालयास ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण की जिम्मेदारी हम सब का नैतिक दायित्व है। लेकिन वर्तमान समय में हम अपने इस दायित्व का निर्वहन नहीं कर रहे हैं। जिसके दुष्परिणाम भी मिल रहे हैं। अनुमोर्चा कार्यकर्ताओं ने पर्यावरण संरक्षण का संकल्प भी लिया। इस अवसर पर प्रदीप, रितिक, रवि, राजेश, विशाल आदि मौजूद थे।

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