देहरादून। उत्तराखण्ड में कोरोना के मरीजों की तादात लगातार बढ़ रही है। जिसने केन्द्र सरकार के इस निर्देश को भी लांघ दिया है, जिसमें कहा गया था कि राज्य सरकारें कोरोना मरीजों का प्रतिशत 5 से अधिक न बढ़ने दें। नौ सितम्बर तक औसतन कोरोना संक्रमण की दर 5.93 हो गयी है। एक महीने पहले 9 अगस्त को संक्रमण की दर 4.91प्रतिशत थी।
उत्तराखण्ड के मैदानी जिलों में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बहुत तेजी से बढ़ रही है। मैदानी जिलों में संक्रमण का यह प्रतिशत 7 से 10 प्रतिशत के बीच चल रहा है। जबकि पर्वतीय जिलों में 2 से 5 प्रतिशत के नीचे ही संक्रमण की दर बनी हुई है। सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटी फाउंडेशन के 15 मार्च से 9 सितंबर तक किये गए सर्वे में उत्तराखण्ड में संक्रमण की दर बहुत तेजी से बढ़ने की ओर इशारा कर रही हैं। तेरह जिलों में औसतन संक्रमण की दर 5.93 प्रतिशत आंकी गयी है। जबकि भारत सरकार ने सभी राज्यों को संक्रमण की दर 5 प्रतिशत से कम रखे जाने के निर्देश दिए हुए है। फाउंडेशन के अध्यक्ष अनूप नौटियाल लगातार कोरोना संक्रमण के विभिन्न पहलुओं पर शोधपरक स्टडी कर रहे हैं।
नए अध्ययन में यह सीधे तौर पर सामने आयी है कि राज्य के मैदानी जिलों नैनीताल, देहरादून, हरिद्वार और उधमसिंहनगर में कोरोना संक्रमण की दर काफी तेजी से बढ़ रही है बनिस्बत पर्वतीय जिलों के।