विकास प्राधिकरण के खिलाफ खोला मोर्चा
ऋ षिकेश। जिला स्तरीय प्राधिकरण के खिलाफ तपोवन के ग्रामीण एकजुट हो गए है। उन्होंने प्राधिकरण के खिलाफ आंदोलन चलाने का निर्णय लिया है। हिदायत दी कि यदि प्राधिकरण खत्म नहीं किया गया, तो आर पार की लड़ाई लड़ी जाएगी। सोमवार को तपोवन में क्षेत्र के जनप्रतनिधियों ने बैठक आयोजित की। बैठक में जनप्रतिनिधियों ने जिला स्तरीय प्राधिकारणों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। पूर्व प्रधान तपोवन मोहन सिंह बिष्ट ने कहा कि प्राधिकरण के चलते आम जनता को परेशानी हो रही है। गरीब लोगों को घर बनाने से रोका जा रहा है, जबकि क्षेत्र में बिना मानक के बड़ी बड़ी बिल्डिंग खड़ी हो रही हैं। डा. राकेश अग्रवाल ने कहा कि जिला स्तरीय प्राधिकरण चार वर्ष पहले 2017 में बनाया गया। लेकिन इन चार सालों में अभी तक विभाग ने मास्टर प्लान तक नहीं बनाया है। कहा कि तपोवन क्षेत्र में भवन निर्माण के लिए जिला पंचायत से नक्शा पास करवाया जाता है। लेकिन जिला प्राधिकरण नक्शे को मान नहीं रहा और भवन निर्माण रोक देता है। इससे क्षेत्रवासियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। पूर्व प्रधान तिमली चतर सिंह भंडारी ने कहा कि तपोवन क्षेत्र में जिला पंचायत से नक्शा पास कराने के बाद भी विकास प्राधिकरण द्वारा नोटिस दिए जा रहे हैं। विकास प्राधिकरण द्वारा कमिश्नर के आदेश भी नहीं माने जा रहे हैं। पूर्व प्रधान बड़ेडा भगवान सिंह पुंडीर ने कहा कि सरकार को जिला विकास प्राधिकरण को खत्म करना होगा, अन्यथा क्षेत्रवासियों द्वारा आंदोलन किया जाएगा। कहा कि इस मामले को लेकर एक प्रतिनिधि मंडल सीएम व मुख्य सचिव से जल्द मुलाकात भी करेगा। मौके पर कुंजापुरी सिद्ध पीठ के महंत राजेंद्र भंडारी, पूर्व प्रधान तपोवन सुरेश उनियाल, प्रधान बड़ेडा राजेंद्र सिंह नेगी, प्रकाश राणा, सुरेश उनियाल, अर्जुन भंडारी, अर्जुन भंडारी, राजेंद्र रावत, चंद्र सिंह भंडारी, भगवती प्रसाद भट्ट, दिनेश कुमार, संजीत सेमवाल, पार्वती देवी, अरविंद भारद्वाज, होशियार सिंह भंडारी आदि उपस्थित थे।