उत्तराखंड

महिला पंचायत प्रतिनिधियों ने उठाईं लोगों की समस्याएं

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बागेश्वर। वीरागंना पंचायत प्रतिनिधि संगठन की जिला स्तरीय इंटर फेस बैठक में क्षेत्रीय समस्याओं को प्राथमिकता से उठाया गया। इसमें अधिकारियों ने भी भागीदारी की। तहसील सभागार में द हंगर प्रोजेक्ट के सहयोग से 60 ग्राम पंचायतों की महिला प्रधान, उप प्रधान, वार्ड सदस्यों की बैठक हुई। महिला प्रधानों ने कहा सीएचसी बैजनाथ में हफ्ते में चार दिन, कपकोट में दो दिन ही अल्ट्रासाउंड हो रहा है। इससे गर्भवती और रोगी परेशान हैं। व्यवस्था को सुचारु करने की मांग उठी। जिले के अस्पतालों में दवा पर्याप्त नहीं है। दवाइयां बाहर से लिखी जाती हैं। जन औषधी केंद्र पर भी दवाइयां नहीं हैं। एएनएम सुदूरवर्ती गांवों का मासिक भ्रमण करें। रिक्त पदों पर नियुक्ति और मासिक टीकाकरण किया जाए। प्राथमिक विद्यालय पुरड़ा मे 36, रामपुर कोठों में 33, कनस्यारी में 35, कौलांग में 36, विमौला 51, थान डंगोली 28 बच्चे हैं। इन विद्यालयों में एकल शिक्षक हैं। जिससे उनकी पढ़ाई में व्यवधान हो रहा है। ग्राम पंचायतों में सांसद, विधायक, जिला योजना से होने वाले विकास कार्य होते हैं। जिसकी जानकारी प्रधानों को दी जाए। पोलिंग, मुनार, तरसाल, चौड़ा आदि सड़कें खस्ताहाल हैं। दुर्घटना की संभावना बनी है। राशन कार्ड गरीब परिवारों के जमा करा दिए हैं। उन्हें परेशानी हो रही है। जल जीवन मिशन का कार्य मानक के अनुसार नहीं है। गांवों में पानी की दिक्कत है। मनरेगा के कार्य का भुगतान समय पर नहीं हो रहा है। जिससे विकास कार्य अवरुद्घ हो गए हैं। डीडीओ संगीता आर्य ने बैठक की अध्यक्षता की और संचालन बसंती कपकोटी ने किया। इस दौरान मुख्य शिक्षाधिकारी गजेंद्र सौन, ड़ प्रमोद जंगपांगी, इंद्र सिंह फर्स्वाण, अंकिता कपकोटी आदि मौजूद थे।

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