उत्तराखंड

प्रस्तावों में लापरवाही पर एडीएम ने जताई नाराजगी

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चम्पावत। एडीएम हेमंत कुमार वर्मा ने राजीव गांधी नवोदय विद्यालय प्रबंधन समिति की बैठक में विद्यालयों के विभिन्न बिंदुओं पर अधिकारियों से चर्चा की। उन्होंने विद्यालय भवनों के प्रस्तावों में हो रही देरी और लापरवाही पर नाराजगी भी व्यक्त की। स्कूल प्रबंधन ने एडीएम को बताया कि विद्यालय भवन निर्माण के लिए कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम को रुपये 15 करोड़ की धनराशि के सापेक्ष 7 करोड़ 88 लाख की धनराशि अवमुक्त हुई। इससे दो हस्टल, प्रशासनिक भवन, चार प्राचार्य कक्ष का निर्माण किया गया। बताया कि वर्तमान में 2014 से निर्माण कार्य बंद है। साथ ही वित्तीय वर्ष सितंबर में शासन से 2़ 90 करोड़ अवमुक्त हुए। लेकिन कार्यदाई संस्था की ओर से समय पर अतिरिक्त कार्यों के प्रस्ताव न बनाए जाने के कारण धनराशि आहरित नहीं हो सकी। जिस कारण शासन से अवमुक्त हुई धनराशि को समर्पित करना पड़ा। मामले में एडीएम ने कार्यदाई संस्था व शिक्षा विभाग को 15 दिन के भीतर अतिरिक्त प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजने के निर्देश दिए। इसके अलावा एडीएम ने विद्यालय में छात्र-छात्राओं के नियमित चिकित्सा परीक्षण के लिए सीएमओ को मानकानुसार उपनल से स्टाफ नर्स रखे जाने की सहमति दी। विद्यालय में पेयजल आपूर्ति को लेकर एडीएम ने जल संस्थान को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। यहां सीईओ जितेंद्र सक्सेना, प्रधानाचार्य जीआर आर्य, संजय शुक्ला, हरिष्ण समेत समिति के सदस्य बीडी कलौनी, गणेश पांडेय, ड़क कमलेश सक्टा आदि रहे।

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