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सशस्त्र बलों को मजबूत करने में गेम चेंजर साबित होगी अग्निपथ योजना, अग्निवीरों से बातचीत में बोले पीएम मोदी

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नई दिल्ली, एजेंसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अग्निवीरों से बातचीत की। पीएम मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अग्निवीरों को संबोधित करते हुए कहा कि अग्निपथ एक परिवर्तनकारी नीति है, जिसकी कुछ वर्गों ने आलोचना की है, लेकिन सशस्त्र बलों को मजबूत करने और उन्हें भविष्य के लिए तैयार करने में ये योजना एक गेम चेंजर साबित होगी।
इस दौरान पीएम मोदी ने अग्निवीरों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि युवा अग्निवीर सशस्त्र बलों को और अधिक युवा और तकनीकी रूप से कुशल बनाएंगे। अग्निवीरों की क्षमता की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी भावना सशस्त्र बलों की बहादुरी को दर्शाती है, जिसने हमेशा राष्ट्र के झंडे को ऊंचा रखा है। पीएम मोदी ने कहा कि इस अवसर से उन्हें जो अनुभव प्राप्त होगा, वह जीवन भर के लिए गौरव का स्रोत होगा।
पीएम मोदी ने कहा कि यह योजना महिलाओं को और अधिक सशक्त बनाएगी। साथ ही प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि कैसे महिला अग्निकर्मी नौसेना बलों का गौरव बढ़ा रही हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह तीनों बलों में महिला अग्निवीरों को देखने के लिए उत्सुक हैं। उन्होंने कहा कि महिलाएं सेना में विभिन्न मोर्चों पर सशस्त्र बलों का नेतृत्व कर रही हैं।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने 15 जून, 2022 को अग्निपथ योजना की शुरूआत की थी। योजना के तहत पुरुष और महिला दोनों उम्मीदवारों को अग्निवीर के रूप में चार साल की अवधि के लिए देश की तीनों सेनाओं के अधिकारी के रैंक से नीचे कैडर में भर्ती किया गया है। 17़5 से लेकर 21 साल की आयु के बीच के उम्मीदवार इस योजना के लिए आवेदन करने के पात्र हैं। इन अग्निवीरों को अनुकूलित बुनियादी सैन्य प्रशिक्षण और विशेष व्यापार प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा, जिसके बाद उनकी आवश्यकतानुसार अप-स्किलिंग पाठ्यक्रम भी कराए जाएंगे।
बताते चलें कि साल 2022 में अग्निवीरों की आयु सीमा को बढ़ाकर 23 वर्ष कर दिया गया था। वहीं, विपक्षी दलों ने सरकार के इस फैसले की आलोचना की है, लेकिन सरकार ने कहा है कि वह सशस्त्र बलों को और अधिक युवा बनाएगी और इसकी मौजूदा जरूरतों को पूरा करेगी।
वहीं, रक्षा मंत्रालय में एडीजी मीडिया और संचार भारत भूषण बाबू ने बताया कि भारतीय सेना ने अकेले अग्निवीरों के लिए 19,000 उम्मीदवारों की भर्ती की है। वायु सेना और नौसेना ने भी उम्मीदवारों की भर्ती की है। इस वित्तीय वर्ष के लिए कुल लक्ष्य 46,000 उम्मीदवारों की भर्ती करना है।

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