आज हिमालय के लिए कूच करेगा सीजन का पहला पर्वतारोही दल
उत्तरकाशी। इस सीजन का पहला पर्वतारोही दल आज गंगोत्री हिमालय के लिए रवाना होगा। यह दल भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) का है। हिमालय दिवस के अवसर पर आइटीबीपी की उप महानिरीक्षक अपर्णा कुमार हरी झंडी दिखाकर इस दल को रवाना करेंगी।
कोरोना संक्रमण के चलते मार्च से लेकर अब तक उत्तराखंड में पर्वतारोहण और पर्यटन गतिविधियां पूरी तरह से बंद थी। जबकि, हर वर्ष मार्च से लेकर सितंबर की बीच पर्वतारोहियों के साथ पर्यटक भी बड़ी संख्या में उच्च हिमालय की सैर करते थे। लेकिन, कोरोना संक्रमण के कहर ने इस बार पर्वतारोहियों को खासा निराश किया। हालांकि, लंबे इंतजार के बाद अब आइटीबीपी के पर्वतारोहियों का दल 6590 मीटर ऊंची गंगोरी-द्वितीय चोटी के आरोहण को रवाना हो रहा है।
पर्वतारोहण के साथ ही गंगोत्री नेशनल पार्क में प्रवेश करने वाला भी यह इस सीजन का पहला दल है। गंगोत्री नेशनल पार्क के उप निदेशक आरबी सिंह ने बताया कि आइटीबीपी के दो दल हैं और दोनों में 26 पर्वतारोही हैं। बताया कि स्थानीय ट्रैकिंग एजेंसियों को भी कोविड-19 की शर्तों के अनुसार उच्च हिमालय में पर्यटकों को ले जाने अनुमति दी जाएगी।
इनर लाइन की टूट से उम्मीद
भारत-चीन सीमा पर इनर लाइन क्षेत्र में कई ऐसे शिखर हैं, जिनका आज तक आरोहण नहीं हो पाया। इनर लाइन में होने के कारण यहां भारतीय नागरिकों को भी जाने की अनुमति नहीं मिलती। हालांकि, अब सरकार इनर लाइन क्षेत्र को पर्यटन गतिविधियों के लिए खोलने की तैयारी कर रही है। सो, उम्मीद है कि आने वाले समय में पर्यटक इनर लाइन क्षेत्र की सैर और पर्वतारोही देश की सीमा में इन चोटियों का आरोहण कर सकेंगे। नेहरू पर्वतारोहण संस्थान उत्तरकाशी के प्रधानाचार्य कर्नल अमित बिष्ट ने बताया कि हाल में ही उन्होंने इनर लाइन क्षेत्र की तीन चोटियों का आरोहण छह दिन में किया था।