आजादी के 73 वर्ष बाद भी सड़क का इंतजार
पिथौरागढ़। धुरा कलियापातल के ग्रामीण आजादी के 73 वर्ष बाद भी सड़क की राह देख रहे हैं। हर बार ग्रामीणों को सड़क का हवाला देकर वोट से सौदा किया जाता है। बच्चों को स्कूल जाने के लिए भी घने जंगल से होकर गुजरना पड़ता है। गंगोलीहाट विधानसभा के अंतर्गत चहज ग्रामसभा के धुरा कलियापातल गांव में आजादी के बाद से अब तक सड़क नहीं पहुंच पाई है। सड़क न होने से वहां के ग्रामीणों को मजबूरन किसी मरीज को खाई के रास्ते डोली में बैठाकर पैदल लाया जाता है। जिससे अब तक कई मरीज रास्ते में ही दम तोड़ चुके हैं। इसके अलावा स्कूली बच्चों को भी जान जोखिम में डाल घने जंगल से होकर तीन किमी दूर स्कूल जाना पड़ता है। पूर्व ग्राम प्रधान हयात सिंह बिष्ट ने बताया कि जंगली रास्ते से अब तक जानवरों ने कई लोगों पर हमला भी किया है। ग्राम प्रधान बबीता देवी व अन्य मान सिंह, गोपाल सिंह, राम सिंह, लक्ष्मण सिंह, राधिका देवी, गंगा देवी ने बताया कि हर बार राजनैतिक दल सड़क का हवाला देकर ग्रामीणों से वोट का सौदा कर लेते हैं। बाद में सड़क के नाम पर कोई पूछता तक नहीं। उन्होंने अब जल्द ही सड़क की मांग की है। अन्यथा उन्होंने 2022 में चुनाव बहिष्कार का फैसला लेने की बात कही है।