विकासनगर। शिक महासू देवता की पालकी इस समय भ्रमण पर है। भ्रमण के तीसरे दिन देव पालकी मैन्दरथ से बागी गांव दो दिन प्रवास पूजन के लिए पहुंची। जहां महासू भक्तों ने जयकारे से पालकी का स्वागत किया। पूरे क्षेत्र का भक्तिमय माहौल बना हुआ है। गुरुवार दोपहर में गाजे-बाजे के साथ सैकड़ों कार सेवकों, कारिंदों के साथ बाशिक महासू देवता की पालकी बागी के लिए रवाना हुई। गुरुवार और शुक्रवार दो अलग-अलग परिवारों की मन्नत पर देवता की पालकी पूजन प्रवास के लिए दोपहर बाद बागी गांव पहुंची। सबसे पहले देवता की पालकी बागी में बाशिक देवता मन्दिर गईं। मन्दिर में भेंट कर देव पालकी श्रद्धालुओं के घर में बिराजमान हो गई। खत बाबर का सबसे बड़ा जखोली मेला दो-तीन जून को कैमाड़ा में होता है। मेले की तिथि नजदीक आते ही खत बाबर के नौकरीपेशा लोगों का गांव आना शुरू हो गया है। जिससे गांवों में रौनक दिखाई दे रही है। बाबर खत वासी मेले की तैयारी में जोर शोर से जुटे हुए है। भक्ति आस्था के वातावरण मे बाशिक देवता के भक्त देव पालकी को कंधा लगाने की होड़ लगी हुई है। भक्तजन अटटू श्रद्धा से देव सेवा में दिन रात लगे हुए हैं। इस दौरान बजीर दीवान सिंह राणा, पुजारी अभीदत, दीवान चंद गोविंद राम, अमित नंद, किशोर, रमेश चन्द, हरीश चंद्र राणा, रवि पंवार, अजय ठाणी, विक्रम पंवार, आदित्य पंवार, टीकम सिंह, विरेंद्र सेमवाल, सूरतराम सेमवाल, प्यारे लाल सेमवाल आदि मौजूद रहे।