बसकूना के ग्रामीणों का कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन
बागेश्वर। कपकोट के बसकूना गांव में रेता-बजरी भंडारण का विरोध बढ़ता जा रहा है। गांव में प्रदर्शन करने के बाद भी मांग पूरी नहीं हुई तो ग्रामीणों ने जिला मुख्यालय में आकर विरोध किया। सोमवार को उन्होंने कलक्ट्रेट में जोरदार प्रदर्शन किया। खनन से जमीन और खेती को हो रहे नुकसान की जानकारी दी। उन्होंने ग्रामीणों के हित में तत्काल रेता भंडारण पट्टे को निरस्त करने की मांग की। बसकूना की ग्राम प्रधान चंपा देवी के नेतृत्व में ग्रामीणों ने कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि गांव के अधिकांश नवयुवक बेरोजगार हैं। खेतीबाड़ी से ही उनकी आजीविका चलती है। बताया कि गांव के खेतों के बीच विक्रम सिंह रेता-बजरी का भंडारण कर रहा है। इससे आसपास की जमीन को नुकसान हो रहा है। उन्होंने बताया कि रेता भंडारण से गांव की अन्य उपजाऊ जमीन को नुकसान हो रहा है। खेतों में धूल भरने से उत्पादन क्षमता भी प्रभावित हो रही है। उन्होंने बताया कि खनन करने वाले ने ग्रामीणों की गौचर-पनघट की जमीन में कब्जा कर वहां सड़क बना दी है। गांव के पैदल पुल की सुरक्षा दीवार भी जेसीबी लगाकर तोड़ दी है। उन्होंने बताया कि इस बारे में एसडीएम से भी शिकायत की गई, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। इससे मजबूर होकर ग्रामीणों को जिला कार्यालय में गुहार लगानी पड़ी। उन्होंने डीएम से जल्द खनन व भंडारण के पट्टे को निरस्त करने की मांग की। ऐसा नहीं होने पर ग्रामीणों को गांव से अन्यत्र विस्थापित करने को कहा। उन्होंने समस्या का जल्द निदान नहीं होने पर उग्र आंदोलन की भी चेतावनी दी। इस मौके पर चतुर सिंह, कमल सिंह, प्रमोद सिंह, गोविंद सिंह, पुष्कर सिंह, कमल राठौर, मनोज, दीपा देवी, मुन्नी देवी, भागीरथी देवी, तुलसी देवी, बसंती देवी मौजूद रहे।