कोटद्वार-पौड़ी

बिगड़ती कानून व्यवस्था के लिए यूपी सरकार को ठहराया जिम्मेदार, मुख्यमंत्री से मांगा इस्तीफा

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जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। शैल शिल्पी विकास संगठन ने आरोप लगाते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में दलितों पर अत्याचार बढ़ा है। संगठन के पदाधिकारियों ने उत्तर प्रदेश में लगातार बिगड़ती कानून व्यवस्था के लिए योगी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए यूपी के मुख्यमंत्री से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने की मांग की।
संगठन के महासचिव विकास कुमार आर्य ने उपजिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को प्रेषित ज्ञापन में कहा कि बीते दिनों उत्तर प्रदेश के हारथस की बेटी के साथ हुए दुराचार की घटना ने मानवता को शर्मसार किया है। उन्होंने कहा कि तत्काल मामले की सुनवाई फास्ट टै्रक कोर्ट में कर आरोपियों को फांसी की सजा दी जाय, क्यों ऐसे दानवों के जीवित रहने से समाज में सदैव भय व असुरक्षा की भावना बनी रहेगी। अगर बहुत ही कम समय की कानूनी कार्यवाही के बाद ऐसे अपराधियों को मृत्यु दण्ड दिया जाता है तो अपराधियों के अंदर कानून का भय होगा, जिससे भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होगी। उन्होंने उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आदित्यनाथ सरकार में दलितों पर अत्याचार बढ़े है। इसलिए मुख्यमंत्री को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए। विकास आर्य ने कहा कि इस घटना में पुलिस की भूमिका सवालों के घेरे में है। अत: सम्बन्धित पुलिस कर्मियों को निलंबित किया जाय और पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा एवं सुरक्षा प्रदान की जाय। ज्ञापन देने वालों में सुरेन्द्र लाल आर्य, विकास कुमार आर्य, शिवकुमार, सूरवीर खेतवाल, श्रीमती मीना बछवाण, श्रीमती विनीता भारती, हर्ष कुमार, प्रभुदयाल, सोहनलाल, अनिल कुमार, देवेन्द्र भट्ट आदि शामिल थे।
हाथरस दुष्कर्म पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग की 
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। प्रदेश कांग्रेस कमेटी सदस्य मीना बछवाण ने देश के राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर उत्तर प्रदेश के हाथरस में दुष्कर्म पीड़िता को जल्द से जल्द न्याय दिलाने की मांग की है। वहीं मालवीय उद्यान में पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग को लेकर एक दिवसीय उपवास रखा गया।
मीना बछवाण ने पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के हाथरस में वाल्मिकी समाज की एक लड़की के साथ हुए जघन्य अपराध के बाद उपचार के दौरान पीड़िता की मौत हो जाने पर योगी सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा सरकार महिला सुरक्षा के नाम पर केवल राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि हाथरस में वाल्मिकी समाज की एक युवती के साथ चार दरिन्दों ने गैंगरेप करने के बाद सकी रीढ़ की हड्डी तोड़ने के साथ-साथ उसकी जीभ भी काट दी, ताकि वो आरोपियों का नाम पता नहीं बता सके। दिल्ली के अस्पताल में उपचार के दौरान पीड़िता की मौत हो गई, लेकिन यूपी सरकार व पुलिस प्रशासन ने मृतका के परिवार को अंतिम संस्कार का भी हक नहीं दिया और सरकार व पुलिस प्रशासन ने साक्ष्य छुपाने के लिए रात में ही अंतिम संस्कार कर दिया। जिससे सरकार व पुलिस प्रशासन का दोहरा चेहरा उजागर हुआ है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से तत्काल इस्तीफा देने, उत्तर प्रदेश पुलिस के संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही करने, गैंगरेप व हत्या के आरोपियों को फांसी देकर पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग की।
मालवीय उद्यान में निकाय सभासद महासंघ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गुड्डू सिंह चौहान, पार्षद सुखपाल शाह, वीना नेगी, पिंकी रावत, आशा चौहान, राकेश बिष्ट, प्रवेन्द्र रावत, अनिल नेगी, विपिन डोबरियाल, विजेता रावत, सोनिया नेगी, नईम अहमद, गिंदी दास, मुकेश मल्होत्रा ने उपवास रखा।
: मालवीय उद्यान में हाथरस की पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग को प्रदर्शन करते हुए। 

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