बांसवाड़ा पुल की मरम्मत की मांग की
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ हाईवे से लगा बासवाड़ा पुल बीते कई दिनों से क्षतिग्रस्त है। किंतु इसे ठीक करने की न तो लोनिवि कोशिश कर रहा है और न एलएंडटी कंपनी इसके प्रति सजग है। बसुकेदार तहसील आने जाने वाले लोगों के साथ ही केदारनाथ हाईवे बंद होने की स्थिति में इस मार्ग का वैकल्पिक उपयोग भी नहीं किया जा रहा है। क्षेत्रीय ग्रामीणों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए शीघ्र पुल की मरम्मत की मांग की है। केदारनाथ आपदा हो या केदारनाथ हाईवे के बांसवाड़ा, अधेगढ़ी में बंद होने का समय हो, बष्टी-हाट मोटर मार्ग को जोड़ने वाला बांसवाडा पुल मील का पत्थर साबित हुआ है। इस पुल के जरिए ही विकट समय में लोग आवाजाही करते हैं। साथ ही बसुकेदार तहसील का भी यह प्रमुख मार्ग है। किंतु बीती 10 जुलाई से पुल पर आवाजाही बंद है। बीच में 4 दिन लोनिवि ने कार्य किया और फिर 14 जुलाई को काम छोड़ दिया, जबकि जुलाई खत्म हो गया है अभी तक पुल पर मरम्मत का काम नहीं हो पाया है। क्षेत्र के करीब 25 गांवों की इस पुल पर निर्भरता है। पूर्व प्रधान राकेश तिवारी, गोविंद बिष्ट, सामाजिक कार्यकर्ता अखिलेश पांडे, क्षेत्र पंचायत सदस्य दीपक रावत, भीरी के सामाजिक कार्यकर्ता राजेश नेगी, ग्राम प्रधान तालजामण शिवानंद नौटियाल, सामाजिक कार्यकर्ता अमित सजवाण आदि ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि शीघ्र पुल की मरम्मत का काम नहीं हुआ तो ग्रामीण केदारनाथ हाईवे पर धरना देने को मजबूर होंगे। कहा कि यह पुल क्षेत्र में आवाजाही की प्रमुख वैकल्पिक व्यवस्था को पूरी करता है। बरसात के दौरान इसका महत्व और भी बढ़ गया है। हाईवे बंद होने के कारण कई बीमार मरीजों को अगस्त्यमुनि लाने में घंटों जाम में फंसना पड़ रहा है।