जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : नगर निगम की बोर्ड बैठक में 16 प्रस्तावों पर चर्चा की गई। जिसमें से अधिकांश प्रस्तावों पर पार्षदों ने अपनी सहमति जताई। इस दौरान कोटद्वार क्षेत्र में किन्नरों की ओर से लिए जाने वाली शगुन की राशि भी निर्धारित की गई। बैठक में पार्षदों ने सड़कों पर घूम रहे आवारा पशुओं के मुद्दे को भी गंभीरता से उठाया। निगम में देर शाम तक बोर्ड बैठक चलती रही।
शुक्रवार को नगर निगम सभागार में बोर्ड महापौर शैलेंद्र रावत की अध्यक्षता में बोर्ड बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में नगर निगम अधवक्ताओं का पैनल का गठन, सब्जी मंडी में विक्रेताओं को खोखे बनाकर आवंटन करने, क्षेत्र में जगह-जगह वाट कूलर लगाने, निराश्रित गोवंश को क्षेत्र से बाहर स्थानांतरित करने, थैला मशीन संपूर्ण नगर क्षेत्र में लगाने, विद्यार्थियों हेतु पुस्तकालय का निर्माण करवाने, क्षेत्र में संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की लगवाने सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई। बोर्ड बैठक में किन्नरों की मनमानी रोकने के लिए सगुन की राशि 2021 निर्धारित की गई। आवासीय/व्यवसायिक भवन नामांतरण शुल्क दो हजार रुपये किया गया। क्षेत्र में पार्किंग स्थलों को ठेके पर दिया जाएगा। मालवीय उद्यान पश्चिमी में व्यवसायिक कार्यक्रमों का शुल्क बढ़ाया जाएगा। जबकि, सामाजिक संस्थाओं के कार्यक्रम का शुल्क पूर्व की भांति ही रहेगा। पार्षदों ने ट्रेड लाइसेंस बनाने का टैंडर बाहरी व्यक्तियों को दिए जाने का भी विरोध किया। कहा कि इसके लिए पीआरडी के माध्यम से युवकों की भर्ती की जानी चाहिए। जिससे क्षेत्रीय युवाओं को रोजगार मिलेगा। इस मौके पर नगर आयुक्त वैभव गुप्ता, सहायक नगर आयुक्त चंद्रशेखर शर्मा, पार्षद जयप्रकाश ध्यानी, अनिल रावत, संजय भंडारी, हिमांशु वर्मा, नईम अहमद, सूरज प्रसाद कांति, सुभाष पांडेय, सौरभ नौटियाल, प्रवेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।