खतरे की जद में आया डोबा सिंगोली गाव
अल्मोड़ा। तहसील के समीवर्ती ग्रामसभा डोबा सिंगोली में मूल गधेरे को बंद कर जल प्रवाह दूसरे गधेरे में डायवर्ट कर दिया गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रवाह डायवर्ट करने से दूसरे गधेरे में जल प्रवाह बढ़ने से गाव में उनकी कृषि भूमि में कटाव हो रहा है। मलबा आने से सिंगोली-अम्याड़ी मोटर मार्ग भी बाधित हो रहा है। भविष्य में गाव में भूस्खलन का भी खतरा पैदा हो गया है। पंचायत प्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने मामले को लेकर एसडीएम को ज्ञापन भेजा है। ज्ञापन में कहा है कि एक बाहरी व्यक्ति द्वारा सिंगोली गाव में भूमि खरीदी गई है। इस व्यक्ति ने खरीदी गई भूमि के पास प्रवाहित होने वाले मूल गधेरे को बंद कर इसका प्रवाह मोड़कर दूसरे गधेरे में डायवर्ट कर दिया है। जिससे डायवर्जन वाले गधेरे में पानी का प्रवाह काफी बढ़ गया है और इससे गाव में ग्रामीणों नाप कृषि भूमि में लगातार कटाव हो रहा है। ग्रामीणों के अनुसार पूरा इलाका भूस्खलन की दृष्टि से काफी संवेदनशील होने के कारण भविष्य में गाव में भूस्खलन का खतरा भी बढ़ गया है। संबंधित गधेरे में गाव की पेयजल योजना का टैंक होने के कारण पेयजल योजना ध्वस्त होने का भी खतरा है। बाहरी व्यक्ति द्वारा गधेरे में दीवार चिनवाकर प्रवाह मोड़े जाने के कारण गधेरे का मलबा सिंगोली-अम्याड़ी मोटर मार्ग में फैल रहा है, जिस कारण सड़क कई बार बाधित हो जाती है। पूर्व में भी उक्त व्यक्ति द्वारा हरड़ा धारा मंदिर के पास कलमठों में मिट्टी डालकर प्रवाह को मोड़ा गया था। इस संबंध में ग्रामीणों के कई बार शिकायत किए जाने के बावजूद कोई सुनवाई नही हो रही। ग्रामीणों ने एसडीएम से क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण कर कार्रवाई करने की गुहार लगाई है। ज्ञापन भेजने वालों में डोबा के ग्राम प्रधान सहित जिपं सदस्य शोभा रौतेला, बीडीसी सदस्य अमित पाडे, रमेश सिंह परमार, गोविंद सिंह परमार, भगत सिंह परमार, दर्शन सिंह परमार, अनीता परमार, विजय सिंह परमार, रमेश सिंह परमार, राजेंद्र सिंह, विक्रम सिंह आदि के हस्ताक्षर है।