देहरादून। उत्तराखंड राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद अध्यक्ष अरुण पांडेय ने कहा कि परिषद पूरी तरह एकजुट है। जो लोग परिषद की गरिमा को गिराने की कोशिश कर रहे हैं, उनके खिलाफ प्रांतीय कार्यकारिणी की बैठक में कार्यवाही होगी। परिषद अध्यक्ष अरुण पांडेय ने कहा कि जल्द प्रांतीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई जा रही है। बैठक में सख्त फैसले लिए जाएंगे। ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। कहा कि शनिवार को हुए द्विवार्षिक अधिवेशन में सर्वसम्मति से चुने गए पांच सदस्यीय चुनाव अधिकारियों ने संविधान के तय प्रावधानों के तहत चुनावी प्रक्रिया को सम्पन्न कराया। चुनाव अधिकारियों की घोषणा के समय उनकी नियुक्ति पर किसी भी तरह की आपत्ति नहीं की गई। संवैधानिक रुप से नामांकन खारिज होने पर चुनाव अधिकारियों को कटघरे में खड़ा किया गया। कहा कि परिषद राज्य कर्मचारियों का सबसे बड़ा संगठन है। किसी व्यक्ति विशेष को स्वयं के हितों के लिए इसका दुरुपयोग करने नहीं दिया जा सकता।
प्रदेश महामंत्री शक्ति प्रसाद भट्ट ने स्पष्ट किया कि परिषद की नवनियुक्त कार्यकारिणीं को प्रदेश की सभी जनपद इकाईयों, स्वतंत्र जिला इकाइयों, घटक संघों का समर्थन प्राप्त है। ऐसी स्थिति में परिषद में किसी भी तरह की टूट होने का प्रश्न ही उत्पन्न नहीं होता है। जल्द ही राज्य कार्मिकों के 18 सूत्रीय मांगपत्र को लेकर सरकार, शासन स्तर पर कवायद तेज की जाएगी। कर्मचारियों के विश्वास को धरातल पर उतारने का पूरा प्रयास किया जाएगा।