धर्म पविर्तन की तहरीर को बताया झूठा, पुलिस से की निष्पक्ष जांच की मांग
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। नगर निगम के वार्ड नंबर 22 सिम्मलचौड़ की महिलाओं ने एक व्यक्ति पर उनके खिलाफ झूठी तहरीर दर्ज कराने का आरोप लगाया है। महिलाओं ने पुलिस से मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने की मांग की है।
महिलाओं ने कोतवाली में वरिष्ठ उपनिरीक्षक प्रदीप नेगी को बताया कि सिम्मलचौड़ निवासी एक व्यक्ति ने करिश्मा देवी पत्नी अभिषेक सिंह, सुनीता देवी पत्नी जगमोहन सिंह, रजनी देवी पत्नी महेंद्र, तनु पुत्र गौरव, सूरज पुत्र जगमोहन सिंह के खिलाफ झूठी तहरीर दर्ज कराई है। व्यक्ति ने उक्त लोगों पर जबरन हिन्दू धर्म से इसाई धर्म परिवर्तन करने के लिए दबाब बनाने का भी आरोप लगाया है। जबकि उपरोक्त लोगों में से अधिकांश लोग हिन्दू धर्म के ही अनुयाई है। महिलाओं ने कहा कि तनु की आयु मात्र 6 वर्ष और सूरज की आयु 10 वर्ष है। इतने छोड़े बच्चे कैसे धर्म परिवर्तन करने के लिए दबाव बना सकते है। इससे साफ पता लगता है कि उक्त व्यक्ति ने झूठी तहरीर दर्ज कराई है। झूइे केस के कारण नाबालिग बच्चों के भविष्य पर गलत प्रभाव पड़ रहा है। महिलाओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि उक्त व्यक्ति बीती रविवार रात को उनके घर में आकर धमकी दे गया कि वह इस धर्म परिवर्तन के झूठे केस को उपजिलाधिकारी कोटद्वार के पास लेकर जायेगें। महिलाओं ने एसएसआई प्रदीप नेगी से मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्यवाही करने की मांग की है। वरिष्ठ उपनिरीक्षक प्रदीप नेगी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।