मानदेय के लिए भी तरस रहे उपनलकर्मी
कई विभागों में उपनल कर्मियों को नहीं मिल रहा मानेदय
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। कोरोना संक्रमण काल में नियमित कर्मचारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करने वाले उपनल कर्मियों को मानदेय के लिए भी तरसना पड़ रहा है। वहीं कई विभागों में इन कर्मियों का अनुबंध का भी नवीनीकरण नहीं हुआ है। जबकि उपनल कर्मचारी लंबे समय से समान कार्य समान वेतन व समायोजन की मांग के लिए आंदोलित हैं।
उपनल महासंघ के जिलाध्यक्ष भारुतेंदु का कहना है कि सरकार मांगों पर कार्यवाही करने के बजाय उपनलकर्मियों की और अनदेखी कर रही है। पौड़ी जनपद के विभिन्न सरकारी विभागों में करीब 2200 उपनलकर्मी तैनात हैं। कई विभाग तो ऐसे है जहां नियमित कर्मियों से अधिक संख्या उपनल कर्मियों की है। ऐसे में इन विभागों की पूरी जिम्मेदारी उपनल कर्मचारियों पर ही है। उपनल कर्मचारी पूरी तत्परता से अपने कर्तव्यों का निर्वहन भी कर रहे हैं। बावजूद इसके इन कर्मचारियों को मानदेय के लिए भी तरसना पड रहा है। उपनल महासंघ के जिलाध्यक्ष भारुतेंदु ने कहा कि कई विभागों में उपनल कर्मियों को कई महीनों से मानदेय भी नहीं मिला है। वहीं कई विभागों में उपनल कर्मियों के अनुबंध का भी नवीनीकरण नहीं किया है। भारुतेंदु ने कहा कि कोरोना काल में उपनल कर्मियों ने अपनी सेवाएं दी हैं। बावजूद इसके विभागों ने मानदेय में कटौती की है। उपनल कर्मियों ने सरकार व विभागों की ओर से की जा रही उपेक्षा पर कड़ा आक्रोश जताया है। कर्मियों का कहना है कि सरकार उन्हें आंदोलन के लिए मजबूर कर रही है।