जंगल की आग पहुंचने लगी गांव तक, स्कूल का सामान जलकर राख
-गंभीर होती जा रही जंगल की आग, जिम्मेदार नहीं उठा रहे ठोस कदम
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : जंगलों में लगी आग विकराल रूप लेती जा रही है। गंभीर यह है कि अब यह आग गांव तक भी पहुंचने लगी है। शनिवार देर रात दुगड्डा के अंतर्गत जंगल में लगी आग प्राथमिक विद्यालय चंडाखाल तक पहुंच गई। जिससे स्कूल में रखा सामान जलकर राख हो गया। यह आग लैंसडौन तहसील के अंतर्गत सैंधीखाल पटवारी चौकी तक भी पहुंचती, लेकिन ग्रामीणों की सक्रियता के चलते पटवारी चौकी बच गई।
कई दिनों से लैंसडौन वन प्रभाग के जंगलों में आग लगी हुई है। धीरे-धीरे यह आग विकराल रूप लेती जा रही है। शनिवार देर रात लैंसडौन वन प्रभाग की दुगड्डा रेंज के अंतर्गत हनुमंती क्षेत्र के जंगल में लगी आग राजकीय प्राथमिक विद्यालय चंडाखाल तक पहुंच गई। रविवार सुबह आसपास के ग्रामीणों ने विद्यालय भवन के अंदर से निकल रही आग की लपटों को देखा तो उनके होश उड़ गए। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने आग पर काबू पाया। लेकिन, तब तक विद्यालय में रखा फर्नीचर जलकर खाक हो गया। ग्राम प्रधान अजय कुमार ने बताया कि विद्यालय करीब तीन वर्ष पूर्व बंद हो गया था। लेकिन, विद्यालय के भवन में विद्यालय से संबंधित तमाम सामान मौजूद था।
दूसरी ओर लैंसडौन रेंज के अंतर्गत सेंधीखाल क्षेत्र के जंगल में लगी आग रविवार को पटवारी चौकी तक पहुंच गई। हैरानी की बात यह है कि चौकी में पटवारी भी नदारद थे। ग्रामीणों ने किसी तरह पटवारी चौकी परिसर में पहुंची आग पर काबू पाया। सांसद प्रतिनिधि सुदीप बौंठियाल ने बताया कि शासन ने राजस्व उपनिरीक्षकों को जंगल की आग रोकने की जिम्मेदारी दी है, लेकिन पटवारी चौकियों में राजस्व उपनिरीक्षक नजर ही नहीं आ रहे हैं।