7सूत्रीय मांगों को लेकर आशा हेल्थ वर्कर्स ने की हड़ताल
अल्मोड़ा। कोरोना काल में अहम भूमिका निभा रही आशा वर्कर ने लंबित मांगों लेकर सोमवार को हड़ताल की। सीटू से संबंधित आशा हेल्थ वर्कर ने 7 सूत्रीय मांगों पर कोई सुनवाई नहीं होने पर विरोध प्रदर्शन किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को डीएम के माध्यम से एक ज्ञापन भी भेजा। उन्होंने कहा केंद्र और राज्य सरकार की ओर से पिछले तीन साल से उनका मासिक मानदेय नहीं बढ़ाया गया है। प्रदेश में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर तत्कालीन सीएम त्रिवेंद्र सिंहर रावत की गई आशाओं को 10 हजार सम्मान राशि देने की घोषणा को धरातल में उतरने का इंतजार हो रहा है। आशाओं ने अन्य कर्मचारियों की तरह समस्त सुविधा व मानदेय देने, स्वास्थ्य बीमा की परिधि में लाने, कार्य के दौरान मृत्यु होने पर उसके परिवार को 50 लाख का बीमा राशि देने, बीमार होने पर 10 लाख का स्वास्थ्य बीमा का लाभ देने, 45 व 46 वें श्रम सम्मेलन की सिफारिशों को लागू करने की मांग की। इसके अलावा कार्यकत्रियों ने कहा कोरोना कॉल में घर- घर जाकर आशा अपनी जान जोखिम में डालकर काम रही है। उनको सुरक्षा उपकरण व फ्रंटलाइन वर्कर की तरह सम्मान व मानदेय देने की मांग की। यहां विजय लक्ष्मी, नीमा जोशी, दीपा भंडारी, देवकी बिष्ट, भगवती, ममता भट्ट, किरन साह, माया नेगी, बीना जोशी, प्रेमा सुपियाल रहीं। जिले के कई ब्लॉकों से आशाओं ने आंदोलन को समर्थन दिया।